Yamuna Safed (G-1): इसकी गांठे सख्त और सफेद होती हैं और कलियां द्राती के आकार की होती हैं और प्रत्येक गांठ में 25-30 कलियां होती हैं।
Yamuna Safed 2(G-50): इसकी गांठे भी सख्त और सफेद होती हैं और 35-40 कलियां प्रति गांठ होती हैं।
Yamuna Safed 3 (G 282): गांठे सफेद और आकार में बड़ी होती हैं और 15-16 कलियां प्रति गांठ होती हैं।
G 40: इसकी गांठे ताजी, सफेद रंग की होती हैं और इसकी औसतन पैदावार 50-60 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
Agrifound White (G-41): यह किस्म 150-190 दिनों में पुटाई के लिए तैयार हो जाती है। इसकी औसतन पैदावार 52-56 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
Agrifound Parvati (G 313): यह किस्म 250-270 दिनों में पुटाई के लिए तैयार हो जाती है। इसकी औसतन पैदावार 70-80 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
Yamuna Safed 4 (G 323): गांठे सफेद और 20-25 कलियां प्रति गांठ होती हैं।
Godavari (Selection 2) : यह किस्म 140-145 दिनों में पुटाई के लिए तैयार हो जाती है। इसकी औसतन पैदावार 40-42 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
Sweta (Selection 10): इसकी गांठे गहरे सिल्वर सफेद रंग की होती हैं। यह किस्म 130-135 दिनों में पुटाई के लिए तैयार हो जाती है। इसकी औसतन पैदावार 40-42 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
T 56-4: इसकी औसतन पैदावार 32 से 40 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
दूसरे राज्यों की किस्में
Bhima Omkar: यह किस्म 120-135 दिनों में पुटाई के लिए तैयार हो जाती है। यह सफेद रंग की मध्यम गांठों का उत्पादन करती है। इसकी औसतन पैदावार 32-56 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
Yamuna Safed 5: यह फसल पककर कटाई के लिए 150-160 दिनों में तैयार हो जाती है। इसकी औसतन पैदावार 68-72 क्विंटल प्रति एकड़ है।
Bhima Purple: यह फसल 120-135 दिनों में कटाई के लिए तैयार हो जाती हैं। इसकी ऊपरी सतह जामुनी रंग की हो जाती हैं। इसकी औसतन पैदावार 24-28 क्विंटल प्रति एकड़ है।
Solan Selection: इसकी कलियां छोटी और प्रत्येक गांठ में 12-15 कलियां होती हैं। इसकी औसतन पैदावार 62.5-80 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
Selection-1: इसकी मध्यम सफेद रंग की कलियां, छोटा आकार और अन्य किस्मों से ज्यादा आकर्षित होती है। यह किस्म कम और दरमियानी पहाड़ी क्षेत्रों में बिजाई के लिए उपयुक्त है। इसकी औसतन पैदावार 80-105 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
G.H.C-1: यह अन्य किस्मों से अधिक उपज वाली और सुगंधित किस्म है। इसकी कलियां बड़े आकार की होती हैं जिनका छिल्का आसानी से उतारा जा सकता है। इसकी औसतन पैदावार 84-105 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।