Jaya: यह छोटे कद की और अधिक उपज देने वाली किस्म गर्दन तोड़ के प्रतिरोधक है। यह किस्म 142 दिनों में कटाई के लिए तैयार हो जाती है। इसके दाने बड़े और लंबे होते हैं। इसकी औसतन पैदावार 26 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
Chakia 59: यह किस्म कम जल जमाव वाले हालातों में उगाने के लिए उपयुक्त है।
Govind: यह किस्म पंतनगर द्वारा विकसित की गई है। यह किस्म 105 दिनों में कटाई के लिए तैयार हो जाती है।
Indrasan: यह तराई क्षेत्रों की प्रसिद्ध किस्म है।
Mahsud: यह किस्म निचले क्षेत्रों में बारानी स्थितियों में उगाने के लिए उपयुक्त है।
Majhera 3: यह लंबी किस्म सूखे को सहनेयोग्य है और ऊंचे क्षेत्रों में उगाने के लिए उपयुक्त है।
Nagina 22: यह ऊंचे क्षेत्रों में बारानी हालातों में उगाने के लिए उपयुक्त है। इसके दाने छोटे और मोटे होते हैं।
Narendra-1 and Narendra-2: यह किस्म 105 और 115 दिनों में कटाई के लिए तैयार हो जाती है।
Pant Dhan 6: यह किस्म निम्न और मध्यम ऊंचाई वाले पहाड़ी क्षेत्रों में रोपाई के लिए उपयुक्त है।
Saket 4: यह अगेते समय की किस्म है और 115 दिनों में कटाई के लिए तैयार हो जाती है। यह यू पी की सबसे प्रसिद्ध किस्म है।
T9: यह देरी से बोयी जाने वाली सुगंधित किस्म है। इसके दाने बेलनाकार होते हैं।
VL Dhan 16: यह निम्न और मध्यम क्षेत्रों में रोपाई के लिए उपयुक्त किस्म है।
VL 206: यह लंबी किस्म निम्न और मध्यम ऊंचाई वाले क्षेत्रों में उगाने के लिए उपयुक्त है।
Usar 1: यह किस्म कानपुर में विकसित की गई। यह क्षारीय और लवणीय मिट्टी में खेती करने के लिए उपयुक्त है।
बासमती किस्में
Taraori Basmati: यह सिंचित क्षेत्रों में अगेती बिजाई के लिए उपयुक्त है। यह किस्म 145-155 दिनों में कटाई के लिए तैयार हो जाती है। इसकी औसतन पैदावार 10 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
Haryana Basmati no 1: यह अर्द्ध छोटे कद की किस्म है और सिंचित क्षेत्रों के लिए उपयुक्त है। यह किस्म 140 दिनों में कटाई के लिए तैयार हो जाती है। इसकी औसतन पैदावार 16 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
Pusa Basmati 1121, Pusa Basmati 1, CSR 30, Shabnam
दूसरे राज्यों की किस्में
Hybrid 6201: यह सिंचित क्षेत्रों में उगाने के लिए उपयुक्त किस्म है। यह भुरड़ रोग के प्रतिरोधक किस्म है। इसकी औसतन पैदावार 25 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
Vivek Dhan 62: यह सिंचित और पहाड़ी क्षेत्रों में उगाने के लिए उपयुक्त किस्म है। इसके दाने छोटे और मोटे होते हैं। यह भुरड़ रोग के प्रतिरोधक किस्म है। यह गर्दन तोड़ और कम तापमान वाले क्षेत्रों को भी सहन कर सकती है। इसकी औसतन पैदावार 19 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
Karnataka Rice Hybrid 2: यह सिंचित और समय से बिजाई वाले क्षेत्रों में उगाने के लिए उपयुक्त है। यह पत्तों के झुलस रोग और अन्य बीमारियों को सहनेयोग्य किस्म है। इसकी औसतन पैदावार 35 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
Kanak: यह दरमियाने क्षेत्रों में बिजाई के लिए उपयुक्त किस्म है। इसके दाने लंबे और मोटे होते हैं। यह बैक्टीरियल झुलस रोग के प्रतिरोधक किस्म है। इसकी औसतन पैदावार 18 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
Ratnagiri 1 and 2: सिंचित क्षेत्रों के लिए जबकि निचले क्षेत्रों के लिए उपयुक्त है। ये अर्द्ध छोटे कद की किस्म हैं। इनकी औसतन पैदावार 19 क्विंटल और 21 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।