सिंचित क्षेत्रों के लिए
Narendra Ageti Rai 4: यह यू पी के सभी क्षेत्रों में खेती करने के लिए उपयुक्त है। यह किस्म 95-100 दिनों में कटाई के लिए तैयार हो जाती है। इसकी औसतन पैदावार 6-8 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
Varuna (T 59): यह यू पी के मैदानी क्षेत्रों में खेती करने के लिए उपयुक्त है। यह किस्म 125-130 दिनों में कटाई के लिए तैयार हो जाती है। इसकी औसतन पैदावार 8-10 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
Vasanti: यह यू पी के मैदानी क्षेत्रों में खेती करने के लिए उपयुक्त है। यह किस्म 130-135 दिनों में कटाई के लिए तैयार हो जाती है। इसकी औसतन पैदावार 10-11 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
Rohini: यह यू पी के सभी क्षेत्रों में खेती करने के लिए उपयुक्त है। यह किस्म 130-135 दिनों में कटाई के लिए तैयार हो जाती है। इसकी औसतन पैदावार 9-11 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
Maya: यह यू पी के सभी क्षेत्रों में खेती करने के लिए उपयुक्त है। यह किस्म 130-135 दिनों में कटाई के लिए तैयार हो जाती है। इसकी औसतन पैदावार 10-11 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
Urvashi: यह यू पी के सभी क्षेत्रों में खेती करने के लिए उपयुक्त है। यह किस्म 125-130 दिनों में कटाई के लिए तैयार हो जाती है। इसकी औसतन पैदावार 8-10 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
Narendra Swarna Rai 8: यह यू पी के सभी क्षेत्रों में खेती करने के लिए उपयुक्त है। यह किस्म 130-135 दिनों में कटाई के लिए तैयार हो जाती है। इसकी औसतन पैदावार 8-10 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
Narendra Rai: यह यू पी के सभी क्षेत्रों में खेती करने के लिए उपयुक्त है। यह किस्म 125-130 दिनों में कटाई के लिए तैयार हो जाती है। इसकी औसतन पैदावार 10-12 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
असिंचित क्षेत्रों के लिए
Vaibhav: यह यू पी के सभी क्षेत्रों में खेती करने के लिए उपयुक्त है। यह किस्म 125-130 दिनों में कटाई के लिए तैयार हो जाती है। इसकी औसतन पैदावार 8-10 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
Varuna (T 59): यह यू पी के सभी क्षेत्रों में खेती करने के लिए उपयुक्त है। यह किस्म 125-130 दिनों में कटाई के लिए तैयार हो जाती है। इसकी औसतन पैदावार 8-10 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
पिछेती बिजाई के लिए
Aashirwad: यह पिछेती बिजाई के लिए उपयुक्त किस्म है। इसके पौधे की ऊंचाई 130-140 सैं.मी. होती है। इसमें तेल की मात्रा 39-42 प्रतिशत होती है। यह किस्म 120-130 दिनों में कटाई के लिए तैयार हो जाती है। इसकी औसतन पैदावार 5-6 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
Varadan: यह यू पी के सभी क्षेत्रों में खेती करने के लिए उपयुक्त है। यह किस्म 120-125 दिनों में कटाई के लिए तैयार हो जाती है। इसकी औसतन पैदावार 6-8 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
लवणी मिट्टी के लिए
Narendra Rai: यह यू पी के सभी क्षेत्रों में खेती करने के लिए उपयुक्त है। यह किस्म 120-125 दिनों में कटाई के लिए तैयार हो जाती है। इसकी औसतन पैदावार 6-8 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
CS 52: यह यू पी के सभी क्षेत्रों में खेती करने के लिए उपयुक्त है। यह किस्म 135-145 दिनों में कटाई के लिए तैयार हो जाती है। इसकी औसतन पैदावार 6-8 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
CS 54: यह यू पी के सभी क्षेत्रों में खेती करने के लिए उपयुक्त है। यह किस्म 135-140 दिनों में कटाई के लिए तैयार हो जाती है। इसकी औसतन पैदावार 7-8.8 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
दूसरे राज्यों की किस्में
NRCDR 02: यह उच्च उपज वाली किस्म है।
NRCHB 101: यह पिछेती बिजाई के क्षेत्रों के लिए उपयुक्त किस्म है।
NRCDR 601: यह सिंचित क्षेत्रों में समय पर बिजाई के लिए उपयुक्त किस्म है।
NRCYS-05-02: यह पीली सरसों की किस्म है।
Mustard 30: यह किस्म IARI, नई दिल्ली द्वारा विकसित की गई है। यह किस्म अधिक उपज देती है और इसका तेल भी स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है।
Pusa Jaykisan: इसके पौधे का कद 160-180 सैं.मी. होता है। यह किस्म 130-140 दिनों में कटाई के लिए तैयार हो जाती है। इसमें तेल की मात्रा 38-40 प्रतिशत होती है। इसकी औसतन पैदावार 7.2-8 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
Pusa Bold: इसके पौधे का कद मध्यम होता है। इसमें तेल की मात्रा 37-38 प्रतिशत होती है। यह किस्म 130-140 दिनों में कटाई के लिए तैयार हो जाती है। इसकी औसतन पैदावार 4.8-10 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।