Ratna: यह किस्म IARI, नई दिल्ली द्वारा विकसित की गई है। यह नमक वाली और क्षारीय मिट्टी को सहनेयोग्य है। यह किस्म 125-130 दिनों में कटाई के लिए तैयार हो जाती है। इसकी औसतन पैदावार 10-12 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
Azad: यह किस्म C.S.A कानपुर द्वारा विकसित की गई है। यह किस्म पीली कुंगी रोग के प्रतिरोधक है। सिंचित हालातों में खेती करने पर यह अधिक उपज देती है। यह किस्म चारे और दाने लेने के लिए उपयुक्त किस्म है। यह 115-120 दिनों में कटाई के लिए तैयार हो जाती है। सिंचित हालातों में, इसकी औसतन पैदावार 14-15 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
Vijaya: यह किस्म C.S.A कानपुर द्वारा विकसित की गई है। यह 120-125 दिनों में कटाई के लिए तैयार हो जाती है। इसकी औसतन पैदावार 12-14 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
Dolama: यह किस्म उत्तर प्रदेश के बारानी क्षेत्रों में उगाने के लिए उपयुक्त है। यह 140-150 दिनों में कटाई के लिए तैयार हो जाती है। यह पीली कुंगी के प्रतिरोधक किस्म है। इसकी औसतन पैदावार 12-15 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
Himani: यह किस्म शिमला में विकसित की गई है। यह यू पी के मध्यम और निचली पहाड़ी क्षेत्रों में उगाने के लिए उपयुक्त है। इसकी औसतन पैदावार 12.8-14 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
LSB 2: यह किस्म उत्तर प्रदेश के ऊंचे पहाड़ी क्षेत्रों में उगाने के लिए उपयुक्त है। यह 145-150 दिनों में कटाई के लिए तैयार हो जाती हैं इसकी औसतन पैदावार 10-12 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
Amber: यह किस्म C.S.A कानपुर द्वारा विकसित की गई है। यह 130-133 दिनों में कटाई के लिए तैयार हो जाती है। यह किस्म यू पी के बारानी क्षेत्रों में उगाने के लिए उपयुक्त है। इसका प्रयोग बीयर बनाने के लिए किया जाता है। इसकी औसतन पैदावार 10-12 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
Jyoti: यह किस्म C.S.A कानपुर द्वारा विकसित की गई है। यह किस्म उत्तर प्रदेश के सिंचित क्षेत्रों में उगाने के लिए उपयुक्त है। यह 120-125 दिनों में कटाई के लिए तैयार हो जाती है। इसकी औसतन पैदावार 8-10 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
C 164: यह लंबी प्रकार की किस्म है, इसकी बालियां सघन होती है। इसके दाने मोटे और सुनहरी होते हैं। यह पीली कुंगी के प्रतिरोधक किस्म है। यह सिंचित क्षेत्रों में खेती करने के लिए उपयुक्त किस्म है।
BG 108: यह किस्म HAU, हिसार द्वारा विकसित की गई है। यह पिछेती बिजाई के लिए उपयुक्त किस्म है। यह किस्म 120-125 दिनों में कटाई के लिए तैयार हो जाती है। इसकी औसतन पैदावार 8-10 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
Kedar: यह किस्म IARI, नई दिल्ली द्वारा विकसित की गई है। यह पिछेती बिजाई के लिए उपयुक्त किस्म है। यह पीली कुंगी के प्रतिरोधक किस्म है।
Neelam: यह किस्म IARI, नई दिल्ली द्वारा विकसित की गई है। इसके दाने छिल्के वाले और सुनहरी रंग के होते हैं। यह किस्म सिंचित और बारानी दोनों क्षेत्रों में उगाने के लिए उपयुक्त है।