उत्तर प्रदेश में जंतर फसल का उत्पादन

आम जानकारी

बीज की मात्रा किस्मों, उगाने वाले क्षेत्रों, सिंचाई आदि के साथ विभिन्न होती है। देसी किस्मों के लिए 6 किलो बीज प्रति एकड़ में प्रयोग करें और अमेरिकन किस्मों के लिए 8 किलो बीज प्रति एकड़ में प्रयोग करें।यह हरी खाद के लिए ज्यादातर प्रयोग होने वाली फसल है। यह हर मौसम में बोयी जा सकती है जब मिट्टी में आवश्यक नमी हो। यह फसल अगली फसल के लिए नाइट्रोजन की आवश्यक मात्रा को पूरा करती है।

जलवायु

  • Season

    Temperature

    22-35°C
  • Season

    Rainfall

    750-800mm
  • Season

    Sowing Temperature

    22-28°C
  • Season

    Harvesting Temperature

    30-35°C
  • Season

    Temperature

    22-35°C
  • Season

    Rainfall

    750-800mm
  • Season

    Sowing Temperature

    22-28°C
  • Season

    Harvesting Temperature

    30-35°C
  • Season

    Temperature

    22-35°C
  • Season

    Rainfall

    750-800mm
  • Season

    Sowing Temperature

    22-28°C
  • Season

    Harvesting Temperature

    30-35°C
  • Season

    Temperature

    22-35°C
  • Season

    Rainfall

    750-800mm
  • Season

    Sowing Temperature

    22-28°C
  • Season

    Harvesting Temperature

    30-35°C

प्रसिद्ध किस्में और पैदावार

CSD 137: यह किस्म नमक वाली, क्षारीय और जलजमाव वाली मिट्टी को सहनेयोग्य है। यह किस्म 140 दिनों में कटाई के लिए तैयार हो जाती है। नमक से प्रभावित मिट्टी में इसकी औसतन पैदावार 133 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
 
CSD 123 : यह किस्म उच्च स्तर पर नमक वाली, क्षारीय और जल जमाव वाली मिट्टी को सहनेयोग्य है। यह किस्म 120 दिनों में कटाई के लिए तैयार हो जाती है। नमक से प्रभावित मिट्टी में इसकी औसतन पैदावार 112 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
 
दूसरे राज्यों की किस्में
 
Punjab Dhaincha 1: यह मोटे बीज वाली किस्म है। इसकी वृद्धि जल्दी होती है। इसकी अपेक्षाकृत ज्यादा गांठे होती हैं। इसके दानों की औसतन पैदावार 2-3 क्विंटल प्रति एकड़ होती है। यह पकने में 150 दिन लेती है।
 

ज़मीन की तैयारी

जंतर फसल उगाने के लिए, एक जोताई करें और दो से तीन बार हैरो से जोताई की आवश्यकता होती है।

बिजाई

बिजाई का समय
हरी खाद लेने के लिए, अप्रैल से जुलाई का महीना बिजाई के लिए उपयुक्त होता है जबकि बीज लेने के लिए, मध्य जून से मध्य जुलाई का समय बिजाई के लिए उपयुक्त होता है। 
 
फासला
हरी खाद लेने के लिए, कतारों में 20-22.5 सैं.मी. और दाने लेने के लिए, 45x20 सैं.मी. फासले का प्रयोग करें।
 
बीज की गहराई
खेत में बीज बुरकाये जाते हैं।
 
बिजाई का ढंग
बिजाई के लिए सीड ड्रिल विधि का प्रयोग करें।
 

बीज

बीज की मात्रा
हरी खाद के लिए 20 किलो बीज प्रति एकड़ बोयें। बीज उत्पादन के लिए 8 से 10 किलो बीज प्रति एकड़ में प्रयोग करें।
 
बीज का उपचार
अच्छे अंकुरण के लिए बीजों को उबले हुए पानी में डालें। 
 

खाद

खादें (किलोग्राम प्रति एकड़)

UREA
SSP MOP
- 75 -

 

तत्व (किलोग्राम प्रति एकड़)

NITROGEN PHOSPHORUS POTASH
- 12 -

 

बिजाई के समय 12 किलो फासफोरस तत्व (75 किलो सुपरफासफेट) प्रति एकड़ में डालें। यदि फासफोरस का प्रयोग किया जा चुका हो तो जंतर की फसल के लिए फासफोरस की जरूरत नहीं है।

 

 

खरपतवार नियंत्रण

जब इसे बीज बनाने के लिए उगाया जाता है, तब बिजाई से एक महीना बाद गोडाई करें।

सिंचाई

हरी खाद के लिए बिजाई की गई फसल को गर्मी में आवश्यकता अनुसार 3 से 4 सिंचाई की जरूरत होती है। बीज के लिए बोयी फसल को फूल लगने और बीज बनने के समय पानी की कमी नहीं आनी चाहिए।

पौधे की देखभाल

तंबाकू सूण्डी
  • हानिकारक कीट और रोकथाम
तंबाकू सुण्डी : इसकी सुण्डी शुरूआती फसल के पत्ते खाकर फसल को नष्ट कर देती हैं। इसकी रोकथाम के लिए नोवालयूरॉन 10 ई.सी. को 150 मि.ली. को 80-100 लीटर पानी में मिलाकर प्रति एकड़ में स्प्रे करें।

फसल की कटाई

हरी खाद के लिए बोयी गई फसल को 40-60 दिन की होने पर मिट्टी में दबा दें । बीज लेने के लिए बोयी गई फसल बिजाई के समय अनुसार मध्य अक्तूबर से शुरूआती नवंबर तक कटाई के लिए तैयार हो जाती है।