Bumble foot: यह बीमारी मुख्यत: पैर पर धफड़ी की उपस्थिति के कारण होती है।
इलाज : पैरों को Epsom salts में डुबोयें उसके बाद प्रभावित भाग को dilute Bitadine or Chlorhexidine से साफ करें और इसे sterile पानी से निकाल लें।
Blackhead: यह एक परजीवी बीमारी है जो कि Histomonas Meleagridis के कारण होती है। इसके लक्षण हैं सूजन आना, डायरिया, सुस्ती और अचानक मौत होना।
इलाज : इस बीमारी से बचाव के लिए Oregano (Viovit) दवाई का बड़े पैमाने पर प्रयोग किया जाता है।
Lameness: यह बीमारी Mycoplasma संक्रमण के कारण होती है जो कि अंडों या हवा के द्वारा फैलती है। इसके लक्षण हैं जोड़ों में सूजन, छींकना और सुस्ती।
इलाज : इस बीमारी से बचाव के लिए विभिन्न एंटीबायोटिक्स की सिफारिश की गई है।
Haemorrhagic Enteritis: यह बीमारी मुख्यत: Adenovirus के कारण होती है जो कि मुख्यत: 6-12 सप्ताह के युवा टर्की को प्रभावित करती है। इसके कारण डायरिया हो जाता है और यदि इलाज ना किया जाये तो मौत भी हो जाती है।
इलाज : इस बीमारी से बचाव के लिए विभिन्न एंटीबायोटिक दी जाती है। शैड को डिटर्जेंट से धोकर इस बीमारी की रोकथाम की जा सकती है और उसके बाद सूखे शैड में कीटाणुनाशक जैसे TAD, CID या interkokask डालें।
Respiratory disease: यह एक विषाणु संक्रमण है जो Mycoplasma और Avian Rhino Tracheitis (ART). के कारण फैलता है। इसके लक्षण हैं मुंह का सूजन, छींक, आंखों में पानी और जोड़ों में सूजन होना आदि।
इलाज : हल्की परिस्थितियों में पक्षी इसे स्वंय भी ठीक कर लेते हैं लेकिन बड़ी परिस्थितियों में एंटीबायोटिक खुराक दी जाती है।
Coccidiosis: यह एक परजीवी बीमारी है जो कि टर्की के शरीर में दाखिल होती है और प्रजनन शुरू करती है। इसके लक्षण हैं पंखों का कुंठित होना, डायरिया और अचानक मौत हो जाना।
इलाज : इस बीमारी को रोकने के लिए anticoccidial एजेंट जैसे Amprolin or Baycox का प्रयोग किया जाता है।
Diarrhoea: यह कई हानिकारक एजेंट जैसे बैक्टीरिया, वायरस और कोकसीडियोसिस के कारण होती है। इसके लक्षण है भार का कम होना और दस्त लगना आदि ।
इलाज : डायरिया के इलाज के लिए एंटीबायोटिक थैरेपी दी जाती है।
Erysipelas: यह बीमारी बैक्टीरिया के कारण होती है जो मिट्टी में रहता है और जख्मों द्वारा टर्की के शरीर में प्रवेश करता है। इसके लक्षण हैं लंगड़ापन, अचानक मौत आदि।
इलाज : इस बीमारी से बचाव के लिए एंटीबायोटिक्स दी जाती है।