Frontier: इसके फल Santa rosa किस्म से भारी होते हैं और आकार में बड़े होते हैं, इसका छिल्का गहरे जामुनी लाल रंग का होता है। फल मीठा, स्वाद, सख्त और आसानी से गुठली से अलग होने वाला होता है। फल भंडारण के लिए उपयुक्त होते हैं और जून के आखिरी सप्ताह में पक जाते हैं, फल की उपज अधिक होती है और फल सीधा बढ़ता है।
Red Beaut: इसके फल मध्यम, ग्लोब के आकार के, लाल और आकर्षित छिल्के वाले होते हैं। गुद्दा पीले रंग का मीठा, सुगंधित और गुठली से चिपका हुआ होता है। फल मई के दूसरे सप्ताह में पक जाते हैं। फल मध्यम आकार के और सीमित मात्रा में होते हैं।
Teruel: इस किस्म के फल मध्यम से बड़े आकार के, पीले रंग के, हल्के लाल रंग के होते हैं। इसका गुद्दा पीले रंग का, मीठा, अच्छी सुगंध वाला, गुठली से चिपका हुआ होता है। फल जुलाई के दूसरे सप्ताह में पक जाते हैं। फल मध्यम आकार के और अधिक उपज देते हैं।
दूसरे राज्यों की किस्में
Alubokhara: इस किस्म के पौधे सीधे और फैलने वाले होते है| इसके फल बाकी की किस्मों से बढ़े होता है| इस किस्म की पैदावार kala Amritsari किस्म से कम होती है| इसके फलों का छिलका पीला होता है और बीच में लाल धब्बे होते हैं| इसका गुद्दा बहुत स्वाद और मीठा होता है|
Satluj Purple: यह किस्म को अकेले उगाने पर फल नहीं लगता है, इसलिए इसके साथ परागण के लिए kala Amritsari किस्म का प्रयोग किया जाता है| बढ़िया फलों की प्राप्ति के लिए हर दूसरी पंक्ति में kala Amritsari किस्म के पौधे का होना बहुत जरूरी है| इस किस्म के फलों का आकार बढ़ा और भार 25-30 ग्राम होता है| इसकी बाहरी परत मोटी और बीच वाली परत पीली बिंदियों वाली होती हैं| आम-तौर पर इसके ताज़े फल खाये जाते है| यह मई के शुरू में पक जाती है और इसकी औसतन पैदावार 35-40 किलो प्रति वृक्ष होती है|
Kala Amritsari: यह मैदानी क्षेत्रों की सबसे ज्यादा पसंद करने वाली किस्म है| इसके फलों का आकार सामान्य, गोल-चपटा होता है| पकने के बाद इसके फल की बाहरी परत गहरे जामुनी रंग की हो जाती है| इसकी बीच वाली परत पीली बिंदियों वाली होती है और गुद्दा रसीला होता है| इसके फल स्वाद में हल्के खट्टे होते हैं| फल मई के दूसरे पखवाड़े में पक जाते है| इस किस्म के फल जैम और स्क्वेश बनाने के लिए प्रयोग किये जाते है|
Titron: यह अकेले फल देने वाली किस्म है, पर पैदावार बढ़ाने के लिए इसके साथ परागण के alucha किस्म लगाई जाती है| Titron किस्म kala Amritsari किस्म से छोटी होती है| इसके फल Satluj Purple और kala Amritsari किस्म से छोटे होता है| इस किस्म की बाहरी परत kala Amritsari से पतली होती है| इसका गुद्दा पीले रंग का और हल्का रसीला होता है| इसकी औसतन पैदावार 30-35 किलो प्रति वृक्ष होती है|
Kataruchak: इस किस्म की खोज पंजाब के गुरदासपुर जिले के एक छोटे से गांव कटरूचक में हुई| इस किस्म के फलों का मूल्य kala Amritsari से ज्यादा होता है, क्योंकि इसके फल पर सफेद रंग की कलियां होती है| इसके फल बढ़े, दिल के आकार के और जामुनी रंग के होते है| यह kala Amritsari से बाद जल्दी पक जाती है| इसकी औसतन पैदावार 45-50 किलो प्रति वृक्ष होती है| इसके फल जैम, स्क्वेश आदि तैयार करने के लिए बढ़िया होता है|