Renuka (DKH-9705) : यह हाइब्रिड किस्म है। यह किस्म अधिक उपज वाली है जो कि बैक्टीरिया के प्रतिरोधी है। यह दरमियाने लंबे कद की किस्म है जिसके पत्ते चौड़े और गहरे हरे रंग के और दाने लंबे होते हैं। यह किस्म झुलस रोग के प्रतिरोधी है। यह 91-94 दिनों में तैयार हो जाती है और 23-24 क्विंटल प्रति एकड़ औसतन पैदावार देती है।
Girija Compost(L-118) : यह किस्म निचले और मध्यम क्षेत्रों और अधिक वर्षा वाले क्षेत्रों के लिए उपयुक्त है। यह समय पर पकने वाली किस्म है। इसके पौधे का कद मध्यम, मोटा तना, गहरे हरे रंग के पत्ते और पौधा सीधा होता है। इसके दाने संतरी रंग के और सख्त होते हैं। यह किस्म 110 दिनों में तैयार हो जाती है और 16-17 क्विंटल प्रति एकड़ औसतन पैदावार देती है।
Sartaaj : इसका पौधा मध्यम लंबा और पत्ते गहरे हरे रंग के होते हैं। इस किस्म का तना मोटा और दाने मध्यम आकार के सख्त होते हैं। यह किस्म बैक्टीरियल रोग के प्रतिरोधक और सूखे के सामान्य प्रतिरोधक है। इसे सिरमौर, ऊना, बिलासपुर और हमीरपुर क्षेत्रों में और निचले, दरमियाने क्षेत्रों जैसे कुल्लू, मंडी, सोलन, चंबा और शिमला में उगाया जाता है। इसकी औसतन पैदावार 19-20 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
Early Compost : यह किस्म 750-1450 मीटर की ऊंचाई में स्थित क्षेत्रों में उगाने के लिए उपयुक्त है। इसका तना मध्यम लंबा और मोटा होता है। ऊंचाई वाले क्षेत्रों जैसे कुल्लू, बिलासपुर, मंडी और सूखे क्षेत्रों जैसे चंबा, कांगड़ा, सोलन क्षेत्रों में बिजाई के लिए उपयुक्त है। इसके दाने संतरी रंग के और सख्त होते हैं। यह किस्म 105-110 दिनों में तैयार हो जाती है और 13.75 क्विंटल प्रति एकड़ औसतन पैदावार देती है।
Pavarti : यह किस्म निचले और दरमियाने क्षेत्रों में बिजाई के लिए उपयुक्त है। यह किस्म गलन रोग की प्रतिरोधक है। इसका पौधा मध्यम कद का होता है। इसके दाने संतरी पीले रंग के और सख्त होते हैं। यह किस्म 110-115 दिनों में पक जाती है और 14-15 क्विंटल प्रति एकड़ औसतन पैदावार देती है।
Navin Compost : यह किस्म जल्दी पकने वाली, मध्यम लंबी, मोटा तना और दाने पीले रंग के और सख्त होते हैं। यह किस्म मक्की-तोरिया-गेहूं के अंतरफसली के लिए उपयुक्त है। इसकी औसतन पैदावार 14-15 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
Pop Corn : यह किस्म पी ए यू द्वारा जारी की गई है और बहुत महंगी बिकती है। यह किस्म 100-105 दिनों में तैयार हो जाती है और 8 क्विंटल प्रति एकड़ औसतन पैदावार देती है।
इन किस्मों के इलावा नीचे वर्णशंकर किस्में दी गई हैं जिनकी विभिन्न क्षेत्रों में उगाने के लिए सिफारिश की गई है।
Kanchan-517 : यह किस्म कांगड़ा, कुल्लू, सोलन और सिरमैर क्षेत्रों में मध्यम और अधिक बारिश वाले क्षेत्रों के लिए उपयुक्त है।
PSCL-3438 : यह किस्म बिलासपुर, ऊना और हमीरपुर के निचले क्षेत्रों, जहां कम बारिश होती है, में उगाई जाती है।
PSCL-4640 : कुल्लू, सोलन, शिमला और चंबा क्षेत्र जो 1200 मीटर ऊंचाई के दरमियाने क्षेत्रों में स्थित हैं, में उगाई जाती है।
Kanchan-101 : निचली पहाड़ी क्षेत्रों और दरमियाने क्षेत्रों के निचली पहाड़ी क्षेत्रों में उगाई जाती है।
Him-95 : यह हाइब्रिड किस्म है जो कि दरमियाने समय में पकने वाली किस्म है। इसकी औसतन पैदावार 28.75 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
9572-A : यह किस्म पत्तों के झुलस रोग के काफी हद तक प्रतिरोधक है। इसकी औसतन पैदावार 30.1 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
दूसरे राज्यों की किस्में
Hybrid Ganga Safed 2 : यह सफेद बीजों वाली किस्म है। इसके पौधे की लंबाई 170-200 सैं.मी. होती है। यह किस्म 115-120 दिनों में पकती है और इसकी औसतन पैदावार 18-20 क्विंटल प्रति एकड़ होती है। इसके बीज में 10 प्रतिशत प्रोटीन होता है।
Hybrid Ganga 5 : यह पीले बीज वाली किस्म है। इसके पौधे की लंबाई 170-180 सैं.मी. होती है। यह किस्म 100-115 दिनों में पकती है और इसकी औसतन पैदावार 16-18 क्विंटल प्रति एकड़ होती है। इसके बीज में 10-11 प्रतिशत प्रोटीन की मात्रा होती है।
Sankul Ageti 76 : यह पीले बीज वाली किस्म है। इसके पौधे की लंबाई 150-185 सैं.मी. होती है। यह किस्म 85-95 दिनों में पकती है और इसकी औसतन पैदावार 12-15 क्विंटल प्रति एकड़ होती है। इसकी खेती बारानी क्षेत्रों में की जाती है।
Sankul Navjot (J-684) : यह जल्दी पकने वाली पीले बीज वाली किस्म है। यह किस्म 85 दिनों में पकती है और इसकी औसतन पैदावार 12-15 क्विंटल प्रति एकड़ होती है। इसकी खेती बारानी क्षेत्रों में की जाती है। इसकी खेती बारानी क्षेत्रों में करने से अच्छी अपज देती है।
P.E.H.M.-2 : यह जल्दी पकने वाली संकर मक्की की किस्म है। यह किस्म 80-90 दिनों में पकती है और इसकी औसतन पैदावार 18-19 क्विंटल प्रति एकड़ होती है। यह पीले बीज की किस्म है। इसके 100 बीजों का भार 22 ग्राम होता है।
Pratap Hybrid Maize 1: यह जल्दी पकने वाली किस्म 80-85 दिनों में पक जाती है । यह सफेद बीज वाली किस्म है। इसके 100 बीजों का भार 23-24 ग्राम होता है। इसकी औसतन पैदावार 12-14 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
Pratap Maize 3 : यह किस्म 80-85 दिनों में पकती है और इसकी औसतन पैदावार 10-11 क्विंटल प्रति एकड़ होती है। यह सफेद बीज वाली किस्म है, जिनका 22-23 ग्राम भार प्रति 100 बीज होता है। यह किस्म कम बारिश वाले क्षेत्रों में उगाने के लिए उपयुक्त है।
Pratap Maize 5 : यह मध्यम पकने वाली किस्म है जो कि 90-95 दिनों में पक जाती है। यह संकुल मक्की की किस्म है। जो कि औसतन पैदावार 14-16 क्विंटल प्रति एकड़ देती है। यह सफेद बीजों वाली किस्म है इसका 25 ग्राम भार प्रति 100 बीज होता है।
Pratap QPM Hybrid 1: यह मध्यम कद की किस्म (195-230 सैं.मी) है जो कि 85-90 दिनों में पक जाती है और इसकी औसतन पैदावार 24-25 क्विंटल प्रति एकड़ होती है। इसके बीज में उच्च गुणवत्ता वाली प्रोटीन (8.87 प्रतिशत), लाईसिन (2.50 प्रतिशत) और ट्रिपटोफन (0.66 प्रतिशत) पाया जाता है।
PMH 1: यह किस्म सभी राज्यों में सिंचित स्थितियों में खरीफ/बसंत और गर्मियों के मौसम में उगाने के लिए उपयुक्त है। यह लम्बे समय की किस्म है जो कि 95 दिनों में पकती है। इसका तना मजबूत और जामुनी रंग का होता है। इसकी औसतन उपज 21 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
Prabhat : यह लंबे समय की किस्म है। यह किस्म सभी राज्यों में सिंचित स्थितियों में खरीफ/बसंत और गर्मियों के मौसम में उगाने के लिए उपयुक्त है। इसका पौधा मध्यम कद का, मध्यम मोटा तना और गर्दन तोड़ के प्रतिरोधी है। यह किस्म 95 दिनों में पक जाती है। इसकी औसतन पैदावार 17.5 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
Kesri : यह मध्यम समय की किस्म है, जो 85 दिनों में पकती है। इसके दाने संतरी रंग के होते हैं। इसकी औसतन पैदावार 16 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
PMH-2 : यह कम समय की किस्म है, जो 83 दिनों में पकती है। इसकी खेती बारानी क्षेत्रों के साथ साथ सिंचित क्षेत्रों में की जा सकती है। यह हाइब्रिड किस्म सूखे को सहनेयोग्य है। इसकी बलियां मध्यम लंबी और संतरी रंग के दाने होते हैं। इसकी औसतन पैदावार 16.5 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
JH 3459 : यह कम समय की किस्म है, जो 84 दिनों में पकती है। यह सूखे और गर्दन तोड़ को सहनेयोग्य है। इसके दाने संतरी रंग के होते हैं। इसकी औसतन पैदावार 17.5 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
Prakash : यह सूखे को सहने योग्य, जल्दी पकने वाली (82 दिनों) हाइब्रिड किस्म है। इसकी औसतन पैदावार 15-17 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
Megha : यह कम समय की किस्म है। 82 दिनों में पक जाती है। इसके पीले संतरी रंग के दाने होते हैं। इसकी औसतन पैदावार 12 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
Pratap Makka Chari 6 : यह किस्म MPUA&T, उदयपुर द्वारा विकसित की गई है। यह मध्यम लंबी किस्म है। इसका तना मजबूत, मध्यम मोटा और गर्दन तोड़ के प्रतिरोधी है। यह 90-95 दिनों में पक जाती है। इसके हरे चारे की पैदावार 187-200 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
PEEHM 5 : यह मक्का की अगेती हाइब्रिड किस्म है। यह ज्यादा तापमान को सहनेयोग्य है। यह पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश में बिजाई के लिए उपयुक्त किस्म है। इसकी औसतन पैदावार 20 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
HQPM-1 Hybrid : यह हरियाणा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी द्वारा विकसित की गई है। इसकी औसतन पैदावार 25 क्विंटल प्रति एकड़ होती है। यह पत्तों के झुलस रोग जैसे एम एल बी और टी एल बी की प्रतिरोधक किस्म है।