Solan Yellow: फल पकने पर पीले रंग का हो जाता है। इसका फल 4-5 सैं.मी. लंबा होता है और स्वाद में अत्याधिक कड़वा होता है। इसकी औसतन पैदावार 31-40 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
Hot Portugal: इसके फल गहरे हरे रंग के होते हैं लेकिन पकने पर लाल रंग के हो जाते हैं। इसके फल 11-15 सैं.मी. लंबे होते हैं और औसतन पैदावार 40-50 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
Punjab Laal: इसके फल हल्के हरे रंग के होते हैं जो पकने पर लाल रंग के हो जाते हैं। इसकी औसतन पैदावार 31-50 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
Soorajmukhi: इस किस्म का पौधा छोटा, फल गहरे रंग के, पकने पर लाल रंग के और स्वाद में अत्याधिक कड़वे होते हैं। एक गुच्छे में 8-12 फल होते हैं। इसकी औसतन पैदावार 31-40 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
Sweet Banana: फल हल्के पीले रंग के होते हैं जो पकने पर लाल रंग के हो जाते हैं। इसके फल 18-20 सैं.मी. लंबे होते हैं और स्वाद में अत्याधिक कड़वे होते हैं। इसकी औसतन पैदावार 40 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
Hungarian Wax: फल पकने पर लाल रंग के हो जाते हैं, 10-16 सैं.मी. लंबे और स्वाद में थोड़े कड़वे होते हैं। इसकी औसतन पैदावार 31-33 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
D.K.C.-8: यह नई किस्म, फ्यूजेरियम सूखे के प्रतिरोधी, पौधे सीधे, हरे रंग के और आकार में मध्यम होते हैं। इसके फल पकने पर लाल रंग के हो जाते हैं, स्वाद में कड़वे और प्रत्येक गुच्छे में 10-12 फल होते हैं। यह किस्म 110 दिनों में पक जाती है।
दूसरे राज्यों की किस्में
Pusa Jwala: इस किस्म के पौधे छोटे कद के, झाड़ियों वाले और हल्के हरे रंग के होते हैं। इसके फल 9-10 सैं.मी. लंबे, हल्के हरे और बहुत तीखी होती है। यह किस्म थ्रिप्स और मकौड़ा जुंओं की प्रतिरोधक है। इसकी औसतन पैदावार 85 क्विंटल (हरी मिर्च) और 18 क्विंटल (सूखी मिर्च) प्रति एकड़ होती है।
Pant C-1: यह किस्म अन्य किस्मों से आसानी से अलग है क्योंकि इसके फल की फलियां सीधी होती हैं। इसके फल अत्याधिक तीखे, आकार में छोटे, आधार चौड़ा और सिरा पतला होता है। यह किस्म चितकबरा और पत्ता मरोड़ रोग की कुछ हद तक प्रतिरोधक है। इस किस्म की हरी फलियों की औसतन पैदावार 110 क्विंटल प्रति एकड़ होती है। सूखी फलियों की पैदावार 20 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
Pusa Sadabahar: इसके पौधे सीधे, सदाबहार (2-3 वर्ष), 60-80 सैं.मी. कद के होते हैं। इसके फल 6-8 सैं.मी. लंबे होते हैं। फल गुच्छों में लगते हैं और प्रत्येक गुच्छे में 6-14 फल होते हैं। पकने के समय फल गहरे लाल रंग के और कड़वे होते हैं। यह किस्म CMV, TMV और पत्ता मरोड़ की रोधक है। इसकी पहली तुड़ाई पनीरी लगाने के 75-80 दिनों बाद की जा सकती है। इसकी औसतन पैदावार 95 क्विंटल (हरी मिर्चें) और 20 क्विंटल (सूखी मिर्चें) प्रति एकड़ है।
NP-46A: यह उच्च उपज वाली किस्म है इसके मध्यम आकार के फल होते हैं। इसकी औसतन पैदावार 40 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
G 5 : मिर्च मोटी, चमकदार और गहरे लाल रंग की होती है। इसकी औसतन पैदावार 20 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
G 3 : यह बारानी और सिंचित हालातों में उगाने के लिए उपयुक्त किस्म है। इस किस्म की मिर्च अत्याधिक तीखी होती है। इसकी औसतन पैदावार 16 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
Pant C 2, Jawahar, Mathaniya Long, and RCH 1
Kashi Vishwanath
Sankeshwar: यह हल्के स्वाद, लंबी और लाल रंग की किस्म है। यह निर्यात के लिए उपयुक्त किस्म है।
Byadgi (Kaddi) : यह हल्के स्वाद, लंबी और गहरे लाल रंग की किस्म है।
Dabbi: यह हल्के स्वाद, लंबी और मोटी काले रंग की किस्म है।
Tomato chilly
Tadappally
S9 Mundu, Sattur s4, Sangli Sannam, Nalchetti, Nagpur, Madras Pari, Kashmir Chilly, Kanthari white, Guntur Sannam, Ellachipur Sannam.