Pusa Sawani: यह किस्म IARI, नई दिल्ली द्वारा जारी की गई है| यह किस्म गर्मियों और बारिश के मौसम में उगाने के लिए अनुकूल है| यह 50 दिनों में तुड़ाई के लिए तैयार होती है| तुड़ाई के समय इसके फल गहरे हरे रंग और 10-12 सैं.मी. लम्बे होते हैं| यह पीले चितकबरे रोग की संवेदनशील किस्म है| इसकी औसतन पैदावार 40-56 क्विंटल प्रति एकड़ होती है|
Harbhajan: यह किस्म गर्मियों और बारिश के मौसम में उगाने के लिए अनुकूल है| इसके फल जल्दी पकने वाले गहरे हरे रंग के और नर्म होते हैं| यह पीले चितकबरे रोग की रोधक किस्म है| इसकी औसतन पैदावार 36-40 क्विंटल प्रति एकड़ होती है|
P-8: यह एक नई किस्म है, इस किस्म के पौधे का कद दरमियाना (53-71 सैं.मी. लम्बे) और 12-15 सैं.मी. लम्बे फल, प्रत्येक पौधे पर लगभग 10 फल होते हैं, यह पीले चिकबरे रोग की रोधक किस्म है| इसकी औसतन पैदावार 42 क्विंटल प्रति एकड़ होती है|
दूसरे राज्यों की किस्में
Pusa Mahakali: यह किस्म IARI, नई दिल्ली द्वारा बनाई गई है। इसके फल हलके हरे रंग के होते हैं।
Parbhani Kranti: यह किस्म MKV, परभानी द्वारा जारी की गई है। इसके फल आकार में दरमियाने लंबे होते हैं और अच्छी क्वालिटी के कारण ज्यादा देर तक स्टोर किए जा सकते हैं। यह पीले चितकबरा रोग को सहनेयोग्य किस्म है। इसकी औसतन पैदावार 35-45 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
Arka Anamika: यह किस्म IIHR, बैंगलोर द्वारा तैयार की गई है। यह चितकबरा रोग की रोधक किस्म है। इसकी औसतन पैदावार 80 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
Arka Abhay: यह किस्म IIHR, बैंगलोर द्वारा तैयार की गई है। इसके फल पीले चितकबरे रोग के रोधक होते हैं।
Pusa A 4: यह पीला चितकबरा रोग और चेपे के प्रतिरोधक किस्म है। यह 45 दिनों में कटाई के लिए तैयार हो जाती है। इसकी औसतन पैदावार 56 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
Perkins Long green: यह किस्म पहाड़ी क्षेत्रों में उगाने के लिए अनुकूल है।
Kashi Vibhuti: बिजाई के बाद इसकी पहली कटाई 38-40 दिनों के बाद की जाती है। इसकी औसतन पैदावार 68-72 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
Aruna: यह किस्म KAU द्वारा जारी की गई है। इस किस्म की लाल रंग की फलियां होती हैं। यह चितकबरा रोग की रोधक किस्म है। इसकी औसतन पैदावार 64 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
CO 1: अधिक उपज देने वाली यह किस्म TNAU द्वारा जारी की गई है। इस किस्म की लाल रंग की फलियां होती हैं।