Sarita (I.C.P.L.-85010): यह किस्म उन क्षेत्रों में उगाई जाती है जहां पर अरहर-गेहूं का फसली-चक्र होता है| यह किस्म छोटे कद की और जल्दी पकने वाली किस्म है, जो कि 150-155 दिनों में पक जाती है| इसकी औसतन पैदावार 6 क्विंटल प्रति एकड़ होती है|
दूसरे राज्यों की किस्में
Pusa 855: यह किस्म 1993 में जारी की गई है। इसकी औसतन पैदावार 4-5 क्विंटल प्रति एकड़ होती है। यह परिपक्व होने में 145-150 दिनों का समय लेती है। इसके बीज मध्यम मोटे होते हैं।
Pusa 922: यह किस्म IARI द्वारा 2002 में जारी की गई है। इसकी औसतन पैदावार 7.5-8 क्विंटल प्रति एकड़ होती है। यह परिपक्व होने में 130-140 दिनों का समय लेती है।
Pusa 992: यह किस्म IARI द्वारा 2004 में जारी की गई है। इसकी औसतन पैदावार 7 क्विंटल प्रति एकड़ होती है। यह परिपक्व होने में 119-162 दिनों का समय लेती है।
T 21: यह किस्म 1974 में जारी की गई है। इसके पौधे का कद 180-230 सैं.मी. होता है। यह परिपक्व होने में 140-180 दिनों का समय लेती है। इसकी औसतन पैदावार 4-5 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
Prabhat: यह किस्म 1976 में जारी की गई है। यह किस्म 115-135 दिनों में परिपक्व हो जाती है और इसकी औसतन पैदावार 5-6 क्विंटल प्रति एकड़ होती है। इसके पीले रंग के बीज (50-55 ग्राम प्रति 1000 बीज) होते हैं।
Gwalior 3: इस किस्म के पौधे का कद 225-275 सैं.मी. होता है। यह किस्म 180-250 दिनों में परिपक्व हो जाती है और इसकी औसतन पैदावार 3-4 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
AL-15 : यह कम समय वाली किस्म है और 135 दिनों में पकती हैं इसकी फलीयां गुच्छेदार होती हैं और औसतन पैदावार 5.5 क्विंटल प्रति एकड़ होता है।
AL 201: यह भी जल्दी पकने वाली किस्म है और 140 दिनों में पकती है। इसका तना टहनियों से मजबूत होता है। प्रत्येक फली में 3-5 पीले-भूरे रंग के बीज होते हैं और औसतन पैदावार 6.2 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
PAU 881: यह भी जल्दी पकने वाली किस्म है और 132 दिन लेती है। पौधे 2 मी. लंबे होते हैं और फली में 3-5 दाने होते हैं। औसतन पैदावार 5.6 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
PPH 4: यह पंजाब का पहला अरहर का हाईब्रिड है। यह किस्म 145 दिनों में पकती है। पौधे 2.5 से 3 मी. लंबे होते हैं। प्रत्येक फली में 5 पीले-भूरे दाने होते हैं। औसतन पैदावार 7.2-8 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
UPAS-120 : यह किस्म (120-125 दिनों) बहुत जल्दी पकने वाली है। इसका पौधा छोटा और फैलने वाला होता है। बीज छोटे और हल्के भूरे रंग के होते हैं। इसकी औसतन पैदावार 16-20 क्विंटल प्रति हैकटेयर होती है। यह किस्म स्टैरिलिटी मौसेक को सहनेयोग्य है।
ICPL 151 (Jagriti) : यह 120-130 दिनों में कटने के लिए तैयार हो जाती है और इसकी औसतन पैदावार 4-5 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
Pusa Ageti : यह किस्म 150-160 दिनों में कटाई के लिए तैयार हो जाती है इसकी औसतन पैदावार 5 क्विंटल प्रति एकड़ है।
Pusa 84: यह माध्यम लंबी होती हैं यह किस्म 140-150 दिनों में कटाई के लिए तैयार हो जाती है।
IPA 203 और IPH 09-5 (Hybrid) किस्में है।