समर्थन मूल्य पर गेहूं उपार्जन की शुरुआत सोमवार से हो गई, लेकिन कतिपय किसान ही अपनी उपज बेचने केंद्रों पर पहुंचे। इसका मुख्य कारण मंडी में गेहूं के दाम अधिक होना है। रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण आयात की मांग बढ़ने से गेहूं के दामों में तेज़ी देखी जा रही है। इसलिए किसानों ने समर्थन मूल्य पर गेहूं बेचने से फिलहाल किनारा कर लिया है। दूसरा कारण सहकारी समिति कर्मचारियों की हड़ताल का भी रहा, जिसने समर्थन मूल्य पर खरीदी को प्रभावित किया है।
उल्लेखनीय है कि किसानों को गेहूं का दाम 2100 से लेकर 2500 रु प्रति क्विंटल के बीच मिल रहा है, जबकि समर्थन मूल्य 2015 रुपए /क्विंटल है। यही कारण है कि किसान पंजीयन कराने के बावज़ूद समर्थन मूल्य पर गेहूं बेचने में रूचि नहीं ले रहे हैं। लगता है मंडी में मिलते ऊँचे दामों को देखकर किसानों का सरकारी खरीदी से मोहभंग हो गया है और किसानों ने समर्थन मूल्य पर गेहूं बेचने से किनारा कर लिया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार इंदौर-उज्जैन संभाग के जिलों में सोमवार को समर्थन मूल्य पर खरीदी की शुरुआत फीकी रही। खरगोन जिले के 73 केंद्रों में से 64 केंद्र सहकारी समिति कर्मचारियों की हड़ताल से बंद रहे। शेष 9 केंद्रों पर भी कोई किसान गेहूं बेचने नहीं आए। बड़वानी जिले में भी खरीदी नहीं हुई। तलुन केंद्र पर मात्र दो किसानों ने 10 अप्रैल का स्लॉट बुक कराया है। खंडवा जिले में 79 उपार्जन केंद्र बनाए हैं। 33 हज़ार किसानों ने पंजीयन भी कराया ,लेकिन मात्र 4 किसानों ने स्लॉट बुक कराया। मंदसौर जिले में सिर्फ पांच किसानों से 250 क्विंटल गेहूं की खरीदी की गई। देवास जिले में भी कमोबेश यही स्थिति रही। 139 केंद्रों पर गिनती के किसान पहुंचे। उज्जैन जिले के 172 केंद्रों में से 19 केंद्रों पर मात्र 1200 क्विंटल गेहूं का उपार्जन हुआ। धार जिले में 109 केंद्र शुरू किए गए, लेकिन पहले दिन किसी किसान ने गेहूं नहीं बेचा। झाबुआ जिले में भी 17 किसानों ने बुकिंग कराई थी, लेकिन सिर्फ 7 किसानों ने ही 35 क्विंटल गेहूं बेचा। इंदौर जिले में भी हालात जुदा नहीं रहे।
देपालपुर प्रतिनिधि श्री शैलेष ठाकुर के अनुसार तहसील की गोकलपुर सहकारी संस्था में तौल कांटे का पूजन तो किया, लेकिन कोई भी किसान केंद्र पर गेहूं बेचने नहीं आया। वहीं आदर्श सहकारी विपणन समिति, गौतमपुरा में एक किसान ने 260 क्विंटल गेहूं बेचा। सहकारी समिति कर्मचारियों की हड़ताल के कारण 12 सहकारी समितियों में सोमवार को समर्थन मूल्य पर खरीदी नहीं हुई। उधर, चन्द्रावतीगंज में एक किसान ने 35 क्विंटल गेहूं समर्थन मूल्य पर और 120 क्विंटल गेहूं बाज़ार में 2100 रु प्रति क्विंटल की दर से बेचा।
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स्रोत: Krishak Jagat