भारत में पत्तों को आदि काल से डिस्पोसलस प्लेट्स की तरह उपयोग किया जाता रहा है. चीजों को ढ़कने, लपेटने या सुरक्षित रखने के लिए भी पप्राचीन काल से इसका उपयोग होता आ रहा है. हालांकि, बदलते हुए समय के साथ हम अपनी संस्कृति से दूर हो गए हैं और प्राय अब ऐसा देखा जाता है कि इन कामों के लिए लोग प्लास्टिक का उपोयग होने लगा है. जिसके परिणामस्वरूप एक तरफ लोगों की सेहत खराब होती जा रही है तो वहीं दूसरी तरफ वातावरण को भारी नुकसान पहुंच रहा है.
सरकार दे सकती है खुशखबरीः
सिंगल यूज प्लास्टिक के बंद होने के बाद केले के पत्तों के व्यापार पर सरकार कुछ अच्छे कदम उठा सकती है. इस बारे में बीजेपी सचिव एवं भारत के गृह राज्य मंत्री किरेन रिजिजू ने पहले ही संकेत दे दिये हैं. अपने एक ट्वीट में किरेन रिजिजू ने कहा कि " पीएम मोदी ने सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगा दिया है. इसलिये हम प्राकृतिक पत्तों के उपयोग को बढ़ावा दे रहे हैं."
केले के पत्तों से होगा ये फायदाः
प्लास्टिक की जगह अगर केले के पत्तों को सरकार बढ़ावा देती है तो इससे किसानों का फायदा होगा. वहीं पत्तों से जुड़े कारोबारों को भी बढ़ावा मिलेगा और पर्यावरण को साफ रखने में सहायता मिलेगी.
इस खबर को अपनी खेती के स्टाफ द्वारा सम्पादित नहीं किया गया है एवं यह खबर अलग-अलग फीड में से प्रकाशित की गयी है।
स्रोत: कृषि जागरण