मोदी सरकार ने इसलिए 140 फीसदी बढ़ाया खेती-किसानी का बजट

July 18 2019

केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा है कि मोदी सरकार का फोकस साल 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने पर है. इसीलिए कृषि के बजट में पिछले साल के मुताबले रिकॉर्ड 140 फीसदी की बढ़ोत्तरी की गई है. वर्ष 2019-20 में खेती-किसानी के लिए कृषि मंत्रालय को 1,30,485 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है. आजादी के बाद पहली बार सीधे किसानों के बैंक खातों में 87,000 करोड़ रुपये की बड़ी राशि जमा की जा रही है. तोमर पूसा में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) के एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे.

तोमर ने कहा कि प्रधानमंत्री ने वर्ष 2024 तक देश की अर्थव्यवस्था को 5 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा है, इसमें किसानों ओर कृषि वैज्ञानिकों का योगदान महत्वपूर्ण है. मोदी सरकार ने किसानों की आय बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए हैं, जिसमें एमएसपी में बढ़ोतरी, दशकों से अटकी पड़ी सिंचाई परियोजनाओं को पूरा करने, फसल बीमा योजना का विस्‍तार करने, 100 प्रतिशत नीम कोटेड यूरिया का उपयोग करने, किसान सम्‍मान निधि योजना और स्वायल हेल्थ कार्ड आदि शामिल हैं.

कृषि के बजट में रिकॉर्ड बढ़ोत्तरी

उन्होंने कहा कि फसल उपज के भंडारण के लिए ग्रामीण भंडारण योजना के जरिए किसानों को उनके गांव में ही भंडारण की सुविधा दी जाएगी. साथ ही किसानों को लाभ पहुंचाने के लिए दस हजार नए किसान उत्‍पादक संगठन (एफपीओ) बनाने का लक्ष्‍य रखा गया है. फसल की उपज का भंडारण बड़ी समस्या है.

पहली बार किसानों के अकाउंट में सीधे भेजा गया पैसा

कृषि मंत्री ने कहा कि कृषि वैज्ञानिकों की रिसर्च और किसान भाइयों की कड़ी मेहनत की बदौलत दलहन उत्‍पादन में वर्ष 2017-18 में लगभग 25 मिलियन टन का नया रिकॉर्ड हासिल किया गया है. बागवानी में तो तिहरे शतक (315 मिलियन टन) का आंकड़ा पार कर लिया गया है. यही नहीं, देश तिलहन सेक्‍टर में आत्मनिर्भर बनने की ओर है.

 

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स्रोत: न्यूज़ 18 हिंदी