देश से मानसून की विदाई शुरू हो गई है, इस वर्ष देश के कई जिलों में मानसून में असामान्य वर्षा हुई है। जिसके चलते किसानों की फसलों को वर्षा एवं कीट रोगों के प्रकोप से काफी नुकसान हुआ है। जिसको देखते हुए राजस्थान सरकार ने फसलों की गिरदावरी कराकर किसानों को उचित मुआवजा देने का निर्णय लिया है। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने असामान्य वर्षा से फसलों को हुए लगातार नुक़सान की गिरदावरी आगामी 10 दिवस के भीतर करवाकर किसानों को राहत देने के निर्देश दिए हैं।
बुधवार 27 सितम्बर के दिन मुख्यमंत्री ने अपने निवास पर फसल नुकसान, इनपुट सब्सिडी, फसल बीमा एवं गिरदावरी के लिए समीक्षा बैठक आयोजित की। बैठक में उन्होंने अधिकारियों को फसल खराबे का आकलन कर प्रभावित किसानों को नियमानुसार मुआवजा देने के लिए गिरदावरी का काम जल्द से जल्द पूरा करने के निर्देश दिए।
कपास में गुलाबी सुण्डी कीट से हुए नुक़सान का भी दिया जाएगा मुआवजा
फसल नुकसान को लेकर हुई समीक्षा बैठक में जानकारी दी गई कि हनुमानगढ़, गंगानगर जिले में कपास की फसल में गुलाबी सुण्डी कीट के प्रकोप से दोनों जिलों में 2 लाख 56 हजार हैक्टेयर क्षेत्र प्रभावित हुआ है, जिससे लगभग 73 हजार किसानों को नुकसान हुआ है। जिनमें 5 से 45 प्रतिशत नुकसान का अनुमान है।
फसल बीमा योजना के अन्तर्गत कीट रोग के प्रकोप के कारण कपास फसल का उत्पादन प्रभावित होने पर बीमित किसानों को नुकसान हेतु क्लेम दिया जाएगा। अभी खरीफ 2023 में कपास की फसल कटाई प्रयोग प्रक्रियाधीन है। इन प्रयोगों से प्राप्त औसत उपज आँकड़ों के आधार पर नियमानुसार किसानों को क्लेम दिया जाएगा।