कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों को दी बड़ी सौगात! सिर्फ 5 रुपये के कैप्सूल से खत्म हो जाएगी ये समस्या

June 12 2019

भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (Indian Agricultural Research Institute) पूसा के वैज्ञानिकों ने पराली (Parali) की बढ़ती समस्या का समाधान खोज लिया है. यह इतना सस्ता है कि आपको उम्मीद भी नहीं होगी.

हालांकि अब तक इस कैप्सूल के बारे में ज्यादातर किसानों तक नहीं पहुंच सकी है. एक कैप्सूल का दाम सिर्फ 5 रुपये है. चार कैप्सूल में एक एकड़ की पराली सड़कर खाद बन जाएगी. तो खेत के हिसाब से आप इसे खरीदकर इस्तेमाल कर सकते हैं. हालांकि इसे लेने पूसा ही आना पड़ेगा. पूसा (Pusa) में माइक्रोबायोलॉजी डिपार्टमेंट के प्रिंसिपल साइंटिस्ट युद्धवीर सिंह इस कैप्सूल को विकसित करने वाली टीम में शामिल रहे हैं. न्यूज18 हिंदी ने उनसे बातचीत की.

फायदे का सौदा: खाद बन जाएगी पराली

सिंह ने बताया कि वैज्ञानिकों की एक टीम पिछले डेढ़ दशक से इस काम में जुटी थी. दो साल हमें इसमें सफलता मिली. इसका कोई साइड इफेक्ट नहीं है. उल्टे इसके इस्तेमाल से पराली सड़कर खाद बन जाती है. यह खेत की नमी भी देर तक बनाए रखती है. इससे मित्र कीट बढ़ते हैं.

पराली जलाने से खेत को नुकसान

पराली जलाने से किसानों को नुकसान है. इससे जो हीट निकलती है उसकी वजह से मित्र कीट खत्म हो जाते हैं. खेत की उर्वरा शक्ति कमजोर हो जाती है. इसे किसानों को बताने की जरूरत है. वे कहते हैं- “ बृहस्पतिवार से मैं खुद पानीपत, सोनीपत, रोहतक, जींद और करनाल में किसानों को जागरूक करने जाउंगा.”

उधर, प्लांट प्रोटक्शन के प्रोफेसर आईके कुशवाहा का कहना है कि यह पराली खत्म करने का रामबाण ईलाज है. इतना सस्ता है कि किसान पर कोई बोझ नहीं पड़ेगा. इस कैप्सूल में फसलों के मित्र फंगस होते हैं. जो एक तरफ पराली को सड़ाते हैं तो दूसरी ओर खेत को उपजाऊ बनाते हैं. इसका हमने फील्ड में इस्तेमाल करवाया है. प्रदूषण की इतनी बड़ी समस्या को कम करने वाली यह कमाल की खोज है.

कैसे तैयार करें घोल

  • कृषि वैज्ञानिक युद्धवीर सिंह के मुताबिक सबसे पहले हमे 150 ग्राम पुराना गुड़ लेना है.  उसे पानी मे लेकर उबालना है. फिर उसमें में से उबलते समय आई सारी गंदगी को बाहर निकाल देना है.
  • उस गुड़ के घोल को ठंडा करना है. उसे लगभग 5 लीटर पानी मे घोल देना है. उसमें लगभग 50 ग्राम बेसन मिला देना है.
  • फिर चार कैप्सूल को खोलकर उस घोल में अच्छी तरह मिला देना है. यहां पर हमें ध्यान रखना है कि अधिक व्यास वाला प्लास्टिक या मिट्टी का बर्तन हो.
  • अब उस बर्तन में उस घोल को लगभग 5 दिन के लिए किसी हल्के गर्म स्थान पे रख देना है. उस पानी के ऊपर एक परत जम जाएगी. हमे उसे पानी मे अच्छी तरह मिला देना है.
  • किसान भाई सावधानी रखें कि पानी मिलाते समय हाथ में दस्ताने व मुंह पर मास्क अवश्य लगाएं.
  • अब पानी में मिलने के बाद आपका कंपोस्ट घोल इस्तेमाल के लिए तैयार है. जिसकी मात्रा लगभग 5 लीटर है. ये लगभग 10 क्विंटल पराली को खाद में बदलने के लिए काफी है.

कैसे इस्तेमाल करें

  • अगर आपके खेत में पराली का कचरा फैला है तब आपको यह घोल पानी के साथ खेत में डाल दें. फिर रोटावेटर चला दें. पराली एक महत्वपूर्ण खाद में बदल जाएगी.
  • खेत की सिंचाई करते वक्त इस घोल को थोड़ा-थोड़ा हौद या नाली में डालते रहें. यह पूरे खेत में मिल जाएगा.

 

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स्रोत: न्यूज़ 18 हिंदी