सरकार ने इस बात की जानकारी दी है कि अभी तक कुसुम योजना के रजिस्ट्रेशन की शुरूआत नहीं हुई है. विभिन्न प्रकार की कईं फर्जी वेबसाइट है जो फार्म को बाँट रही है. आप इन साइटों पर रजिस्ट्रेशन न करें वरना धोखा खा सकते हैं. रजिस्ट्रेशन की बात तो दूर है अभी तक सरकार द्वारा इसकी गाइडलाइंस भी जारी नहीं की गई है.
कुसुम के जरिए सरकार का उद्देश्य किसानों के बीच सौर ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देना माना जाता है. कल मंत्रालय के बयान के जरिए ये गाइडलाइन जारी की गई कि कुछ वेबसाइट ऐसी है जो किसान उर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान (कुसुम) योजना के रजिस्ट्रेशन का दावा कर रहीं है, लेकिन ये सभी फर्जी वेबसाइट है, जो आम जनता को धोखा देने का काम कर रही है. फर्जी पंजीकरण पोर्टल के जरिए लिए गए डेटा (सूचनाओं) का दुरुपयोग कर रही हैं.
एमएनआरई ने जानकारी दी है की डिस्कॉम या बिजली वितरण कंपनियां और राज्य नोडल एजेंसियां कुसुम योजना को लागू करेंगी जिसके लिए जल्द ही विस्तृत दिशानिर्देश दे दिए जायेंगे इसने कहा है कि सभी संभावित लाभार्थियों को किसी भी पंजीकरण शुल्क को जमा करने या नकली वेबसाइटों से महत्वपूर्ण डेटा साझा करने से बचना चाहिए.
उन्होंने कहा, वे योजना से संबंधित जरूरी सूचनाओं को प्राप्त करने के लिए अपने डिस्कॉम/राज्य अक्षय ऊर्जा नोडल एजेंसियों से सम्पर्क करें या मंत्रालय के आधिकारिक पोर्टल www.mnre.gov.in पर विजिट कर जानकारी प्राप्त कर करें. अभी कुसुम योजना की ऑफिशियल वेबसाइट जारी नहीं की गई है.
नीचे एक फर्जी वेबसाइट का लिंक दिया गया है. इस पर आवेदन बिल्कुल न करें.
LINK - https://kusum.online
आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीईए) ने किसानों को वित्तीय और जल सुरक्षा प्रदान करने के लिए इस योजना का प्रस्ताव पिछले महीने मंजूर किया था.
इस खबर को अपनी खेती के स्टाफ द्वारा सम्पादित नहीं किया गया है एवं यह खबर अलग-अलग फीड में से प्रकाशित की गयी है|
स्रोत: कृषि जागरण