कोरोना महामारी से जंग के बीच हरियाणा सरकार ने किसानों को बड़ी राहत दी है। बंद के दौरान किसान अपने खेतों में बेरोकटोक आवाजाही कर सकेंगे। फसल कटाई में भी किसानों को कोई दिक्कत नहीं आएगी। कटाई के लिए आवागमन करने वाली कंबाइन हार्वेस्टर और दूसरी मशीनों को सड़कों पर रोका नहीं जाएगा। प्रदेश सरकार ने इस संबंध में पुलिस, प्रशासन को निर्देश जारी कर दिए हैं।
दलाल ने कहा है कि खेतों में जरूरी मशीनें ले जाने पर किसानों को कोई परेशानी नहीं होगी। फसल को खराब नहीं होने दिया जाएगा। सब्जी उत्पादक किसानों की पैदावार को मंडी तक ले जाने में भी दिक्कत नहीं आने देंगे। ये निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
सरकार किसानों के प्रति गंभीर है और किसानों को कोई समस्या आएगी तो उसको दूर किया जाएगा। दलाल की अपील की है कि कहीं पर भीड़ में एकत्रित न हो। एक दूसरे से सामाजिक दूरी बनाकर रखें। महामारी से पार पाने के लिए सरकार और समाज का सहयोग करना है।
किसानों को मई में 50, जून में 125 रुपये प्रति क्विंटल बोनस
हरियाणा सरकार ने कोरोना के कारण रबी फसलों की खरीद में होने वाली देरी को देखते हुए किसानों को बोनस देने का निर्णय लिया है। 6 मई से 31 मई तक प्रति क्विंटल 50 रुपये व पहली जून से 30 जून तक 125 रुपये प्रति क्विंटल दिए जाएंगे। 5 मई तक अगर खरीद पूरी कर ली जाती है तो कोई बोनस नहीं मिलेगा।
खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पीके दास ने विभाग के निदेशक को यह व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश जारी कर दिए हैं। उन्होंने कहा है कि गेहूं व अन्य फसलों की खरीद पहली अप्रैल से शुरू होनी थी। महामारी के चलते अब 20 अप्रैल से खरीद का निर्णय लिया गया है।
कोरोना के चलते इसमें और भी देरी हो सकती है। इसलिए गेहूं की फसल खरीद पर एमएसपी के साथ बोनस भी देना होगा। सरकार के निर्णय को हर हाल में अमलीजामा पहनाएं। 20 अप्रैल से 5 मई तक 1925 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से गेहूं खरीदें। 6 से 31 मई तक 1975 रुपये प्रति क्विंटल व 1 से 30 जून तक 2050 रुपये के हिसाब से खरीद करें।
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स्रोत: अमर उजाला