हरियाणा में लगातार कृषि क्षेत्र को बेहतर बनाने के लिए बढ़ावा दिया जा रहा है जिससे किसानों की आमदनी में बड़ा बदलाव हो सके. इसी दौरान कृषि विभाग ने किसानों को फसल विविधिकरण की तरफ मोड़ने के लिए एक नया फॉर्मूला तैयार किया है. इस फॉर्मूले से उनकी आय में भी बढ़ोतरी होगी. बता दें कि राज्य़ में कृषि मार्केटिंग बोर्ड एक योजना पर तेजी से काम रहा है, ताकि किसानों और ग्राहकों के बीच से बिचौलियों को किसानों और ग्राहकों से अलग-अलग आढ़त वसूला जाता है, इसलिए बिचौलियों को हटा दिया जाए. इस योजना के तहत किसान खुद अपनी फसल को सीधे मंडियों में बेच सकेंगे. इतना ही नहीं, उन्हें मार्केटिंग बोर्ड से आढ़तियों की तरह लाइसेंस लेने की भी ज़रूरत नहीं पड़ेगी. हरियाणा सरकार ने तय किया है कि 4 से 6 गांवों को आपस में जोड़ा जाएगा, ताकि उनकी सभा ज़रूरतों को ग्राम हाट (बाजार) से पूरा किया जा सके.
जानकारी के लिए बता दें कि हरियाणा में अभी तक लगभग 450 एफपीओ अपने उत्पाद को बेचने के लिए आगे आ चुका है. एफपीओ को मंडियों में अपने उत्पाद बेचने के लिए 15 बाई 15 का फड़ उपलब्ध कराया जाएगा. बता दें कि राज्य में एफपीओ की संख्या बढ़ाने की दिशा में तेजी से काम हो रहा है. सरकार एफपीओ को प्रमोट करने के लिए ग्राम हाट (बाजार) योजना भी तैयार कर रही है.
ऐसा होगा ग्राम हाट
इस योजना के तहत 4 से 6 गांवों को मिलाकर एक ग्राम हाट तैयार बनाया जाएगा. यह हाट एफपीओ चलाएंगे, जो मार्केटिंग बोर्ड के पास रजिस्टर्ड होंगे. ध्यान दें कि इन्हीं हाट से संबंधित गांवों के लोग उत्पाद को खरीद सकेंगे. हर हाट में लगभग 10 से 15 दुकानें खोली जाएंगी. इसके लिए अभी तक लगभग 196 प्वाइंट का चयन हो गया है. जहां ग्राम हाट ग्राम बनेंगे.
पंचायतों से लीज़ पर ली ज़मीन
मार्केटिंग बोर्ड ने ग्राम हाट के लिए पंचायतों से चार-चार एकड़ ज़मीन लीज़ पर ली है. एक एकड़ पर ग्राम हाट बनाने की योजना बनाई गई है. बता दें कि राज्य में लगभग 200 हाट बनाने के लिए तेजी से काम किया जा रहा है. यहां किसानों के आराम के लिए एक रेस्ट हाउस भी बनाया जाएगा.
कृषि मंत्री जेपी दलाल का कहना है कि हरियाणा सरकार पीएम नरेंद्र मोदी के लक्ष्य और सपने को पूरा करने के लिए प्रयास कर रही है जिससे किसानों की आय दोगुनी हो. इसके अलावा सरकार तमाम परियोजनाओं पर काम कर रही है, जिनसे किसानों की आय में बढ़ोतरी हो सके. फिलहाल सराकर ने किसानों को फसल विविधिकरण की तरफ मोड़ने के लिए जोर दिया है.
इस खबर को अपनी खेती के स्टाफ द्वारा सम्पादित नहीं किया गया है एवं यह खबर अलग-अलग फीड में से प्रकाशित की गयी है।
स्रोत: कृषि जागरण