संचालक किसान कल्याण तथा कृषि विकास श्री मोहनलाल ने प्रदेश के किसानों को सलाह दी है कि कुछ क्षेत्रों में तापमान 4 डिग्री से कम रह सकता है। मौसम विभाग द्वारा प्रदेश के कई जिलों में तापमान तेजी से कम होने की संभावना बताई गई है। तापमान में होने वाली इस गिरावट का असर फसलों पर पाले के रूप में होने की आशंका रहती है। आसमान साफ होने, हवा का बहाव कम होने के साथ तापमान में तेज गिरावट से पाला पडऩे के संकेत मिलते हैं। शरीर पर तापमान का असर थरथराहठ के रूप में महसूस होता है। किसानों को समझाईश दी गई है कि रात्रि में विशेषकर तीसरे और चौथे पहर खेत की मेढ़ों पर कचरा तथा खरपतवार आदि जलाकर धुंआ करे, जिससे कि धुंए की परत फसलो के ऊपर आच्छादित हो जाए। फसलो में खरपतवार नियंत्रण करना भी आवश्यक है क्योकि खेतो में ऊंगने वाले अनावश्यक तथा जंगली पौधे सूर्य की उष्मा भूमि तक पहुँचने में अवरोध उत्पन्न करते हैं।
इस खबर को अपनी खेती के स्टाफ द्वारा सम्पादित नहीं किया गया है एवं यह खबर अलग-अलग फीड में से प्रकाशित की गयी है।
स्रोत - Krishak Jagat