12 october 2017
उत्तराखण्ड विधान सभा अध्यक्ष ने मंगलवार को नई दिल्ली में केन्द्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह से मुलाकात की. इस अवसर पर विधान सभा अध्यक्ष ने कृषि मंत्री राधामोहन सिंह से उत्तराखण्ड राज्य में कृषि और कृषि से सम्बन्धित योजनाओं के सम्बन्ध में चर्चा करते हुए बताया कि प्रदेशवासियों का जीविकोपार्जन का साधन कृषि है लेकिन कृषि क्षेत्र में नवीनतम तकनीक के प्रयोग में कमी के चलते कृषि उत्पादन की मात्रा कम है.
अग्रवाल ने स्थानीय परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए स्थानीय फसलों के बीजों का उत्पादन, जैविक कृषि, कृषि यंत्रीकरण, नमी संरक्षण, सिंचाई सुविधाओं का विकास, तकनीकी, स्किल डेवेलपमेंट प्रदेश के विकास हेतु उक्त परियोजना स्वीकृत करने के संबंध में कृषि मंत्री से अपने स्तर से आवश्यक कार्रवाई करने का भी अनुरोध किया.
इसके साथ ही अग्रवाल ने कृषि मंत्री को अवगत कराया प्रदेश की भौगोलिक एवं कृषि जलवायु विभिन्न औद्यानिक फसलों के उत्पादन हेतु अनुकूल है. परन्तु राज्य को वर्ष 2013 में भीषण दैवीय आपदा का सामना करना पड़ा था. साथ ही लगातार हर वर्ष सूखा, बैमौसमी वर्षा, ओलावृष्टि इत्यादि से कृषि एवं औद्यानिक फसलों को अत्यधिक नुकसान हुआ है.
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ने कृषि मंत्री राधामोहन सिंह को उत्तराखण्ड राज्य आने का न्यौता भी दिया. केन्द्रीय कृषि मंत्री ने देवभूमि को कृषि क्षेत्र मे हरसम्भव सहायता देने का आश्वासन दिया.
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Source: Krishi Jagran