गुड़गुड़चुंआ गांव में महिला किसानों ने खेती को अपनी आमदनी का जरिया बनाया है और इन महिलाओं को सरकार की तरफ से भी ट्रेनिंग के साथ साथ बाजार भी उपलब्ध कराया जा रहा है.
झारखंड के नक्सल प्रभावित इलाकों में रघुवर सरकार की योजनाओं का असर दिखने लगा है. खूंटी में महिलाएं अब खेती के कामों में बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रही हैं जिससे उनकी आमदनी बढ़ रही है. जिससे पलायन पर भी ब्रेक लग गया है.
नक्सल प्रभावित तोरपा ब्लॉक अब तरक्की की राह पर है और इसमें महिलाओं की भूमिका सबसे ज्यादा है. गुड़गुड़चुंआ गांव में महिला किसानों ने खेती को अपनी आमदनी का जरिया बनाया है और इन महिलाओं को सरकार की तरफ से भी ट्रेनिंग के साथ साथ बाजार भी उपलब्ध कराया जा रहा है. महिलाएं तरबूज, गेंदा फूल, ओल, केला, टमाटर, मटर उपजा रही हैं.
खेती के अलावा जैविक खाद भी महिलाएं बना रही हैं. तोरपा की महिला किसानों की मेहनत से पलायन पर भी रोक लगी है. सरकारी कार्यक्रमों के जरिए महिलाओं की आमदनी कैसे बढ़े इसके बारे में भी बताया जाता है.
झारखंड के संपूर्ण विकास में आधी आबादी का साथ सबसे जरुरी है. ऐेसे में रघुवर सरकार कई योजनाओं के जरिए महिलाओं को आगे बढ़ाने में लगी है. महिलाएं खेती से लेकर मिस्त्री तक का काम कर रही हैं और विकास में अपनी भागीदारी बढ़ा रही हैं|
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Source: ZeeNews