खजाने में पड़ी है राशि, अनुदान के लिए दौड़ रहे किसान

April 05 2018

राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन योजना के तहत कैमूर में आवंटित हुआ है 55 लाख रुपये

प्रत्येक एकड़ चना व मसूर की खेती पर किसानों को देना है तीन हजार रुपये अनुदान

234 किसानों ने जिले में की है चने की खेती

220 किसान कैमूर में लगाए हैं मसूर की फसल

भभुआ। हिन्दुस्तान

सरकार के कम लागत में अधिक उपज कर किसानों को मुनाफा कराने की योजना कैमूर में धरातल से दूर है। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन योजना के तहत सरकार ने वित्तीय वर्ष 2017-18 में कैमूर को 50 लाख 2300 रुपये आवंटित किया है। उक्त योजना के तहत किसानों को चना, मसूर, मूंग व राजमा की खेती करनी है। खेती के लिए सरकार किसानों को प्रति एकड़ तीन हजार रुपये अनुदान दे रही है। योजना के तहत जिले के 234 किसान चना व 220 मसूर की खेती किए हुए हैं। विभाग में आवेदन करने के बाद किसान अनुदान की राशि लेने के लिए कार्यालय का चक्कर लगा रहे है। जबकि सरकार द्वारा आवंटित राशि खजाने की शोभा बढ़ा रही है।

विभागीय सूत्रों की माने तो कृषि विभाग द्वारा पिछले वित्तीय वर्ष 2016-17 में आवंटित राशि का विभाग को उपयोगिता प्रमाण पत्र नहीं दिए जाने के कारण इस वर्ष में आवंटित राशि की निकासी पर रोक लगा दी गई। बुधवार को जिला कृषि कार्यालय में मिले कुछ किसानों ने कहा कि खेती के लिए दुकान से नकद पैसा देकर चने का बीज खरीदे थे। अनुदान की राशि के लिए एक महीने से यहां दौड़ लगा रहे हैं। विभाग के अधिकारी हर बार एक ही बात कहकर लौटा दे रहे हैं कि राशि निकासी की प्रक्रिया चल रही है। अनुदान की राशि आपके खाते में भेज दी जाएगी। किसानों से जब उनका नाम पूछा गया, तो उन्होंने कहा नाम छपेगा तो जो भी अनुदान मिलना है उसपर भी ग्रहण लग जाएगा।

किसानों ने कहा कि पहले से जानकारी रहती कि अनुदान की राशि के लिए कार्यालय का बार-बार दौड़ लगानी पड़ेगी, तो बाजार की दूसरी दुकान से चना व मसूर का बीज खरीद लेते।

क्या कहते हैं अधिकारी

जिला कृषि पदाधिकारी भरत सिंह ने बताया कि पिछले साल का उपयोगिता प्रमाण पत्र नहीं दिए जाने के कारण चालू वित्तीय वर्ष में आवंटित राशि की निकासी पर विभाग ने रोक लगा दी थी। अब इसकी अनुमति प्राप्त हो गई है। राशि की निकासी कर किसानों के खाते में डाल दी जाएगी।