छत्तीसगढ़ में समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी को लेकर सरकार की ओर से नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है। खरीफ विपणन वर्ष 2019-20 के लिए राज्य सरकार द्वारा जारी नीति में कॉमन वेरायटी धान 1815 रुपये और धान ग्रेड ए 1835 रुपये प्रति क्विंटल की दर से खरीदा जाएगा। राज्य की कांग्रेस सरकार ने चुनावी घोषणा पत्र में किसानों से 2500 रुपये प्रति क्विंटल की दर से धान खरीदी का वादा किया था। नोटिफिकेशन आने के बाद अब ऐसा माना जा रहा है कि धान की खरीदी पूर्व निर्धारित कीमत पर होगी और राज्य सरकार द्वारा घोषित अतिरिक्त बोनस की राशि बाद में किसानों को दी जाएगी। हालांकि इस विषय में अभी तक कोई भी स्पष्टीकरण सरकार द्वारा जारी नहीं किया गया है। राज्य में 1 दिसंबर से 15 फरवरी के बीच धान की खरीदी होगी। समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी के लिए राज्य सरकार द्वारा तय किया गए मूल्य और बोनस की राशि को लेकर पिछले दिनों केंद्र से भी चर्चा की गई थी। राज्य सरकार इस विषय में केंद्र से सहयोग नहीं मिलने की बात कर रही है। राज्य सरकार ने धान खरीदी के नियमों को सिथील करते हुए सेंट्रल पूल की खरीदी में तय सीमा बढ़ाने की मांग की थी। इसके साथ ही धान का समर्थन मूल्य 2500 रुपये किए जाने को लेकर केंद्र की तरफ से यह प्रतिक्रिया आई थी कि इस मूल्य पर धान खरीदने से बाजार मूल्य पर इसका असर पड़ेगा।
पुरानी कीमत पर धान खरीदी का प्रपत्र जारी होने के बाद से यह संभावना जताई जा रही है कि राज्य सरकार बाद में मूल्य के अंतर की राशि देने का कोई रास्ता निकाले। सरकार के खाद्य विभाग ने इस मामले को लेकर जो निर्देश नीति जारी की है उसमें कहा गया है कि राज्य शासन द्वारा विगत वर्षों की भांति खरीफ विपणन वर्ष 2019-20 में भारत सरकार द्वारा निर्धारित यूनिफार्म स्पेसिफिकेशन के अनुसार प्रदेश के किसानों से धान व म-ा खरीदी करेगी। प्रदेश के किसानों के लिए धान की अधिकतम खरीदी की सीमा प्रति एकड़ 15 क्विंटल व मक्का खरीदी के लिए प्रति एकड़ 10 क्विंटल लिकिंग सहित निर्धारित की गई है।
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स्रोत: नई दुनिया