बिहार में हज़ारों की संख्या में प्रवासी बिहारी जिसमें अधिकांश दूसरे राज्यों में मज़दूरी कर जीवन यापन करने वाले लोग रविवार से वापस आने लगे हैं. हालांकि राज्य सरकार ख़ासकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस पर अपना विरोध और नाराज़गी दोनो इस आधार पर जताया था कि ये लॉकडाउन के ख़िलाफ़ हैं. इससे कोरोनावायरस फैल सकता है. लेकिन रविवार को इस संबंध में कि आख़िर इन लोगों को कैसे रखा जायेगा.
इस संबंध में आपदा प्रबंधन विभाग ने सभी ज़िला अधिकारियों को एक दिशा निर्देश जारी किया जिसके अनुसार उन्हें पहले सीमा पर आवश्यक स्वास्थ्य जांच के बाद उनके सम्बंधित ज़िला भेजा जाएगा. जहां उन्हें गांव के विद्यालय या पंचायत भवन में सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए 14 दिन तक गुज़ारना होगा. उसके बाद ही उन्हें एक बार फिर जांच के बाद गांव में प्रवेश की अनुमति दो जाएगी. ऐसा राज्य सरकार ने गांव वालों के विरोध मद्देनज़र फ़ैसला किया हैं.
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स्रोत: NDTV इंडिया