कृषि आदान विक्रेता संघ बडऩगर ने गत दिनों अनूठी पहल कर इंदौर तहसील के ऐसे पुराने बकायादार किसानों की सूची का विमोचन किया, जो वर्षों से कृषि आदान विक्रेताओं को भुगतान नहीं कर रहे थे या जिनकी नीयत ही राशि लौटाने की नहीं थी। इस नए प्रयास से न केवल पुरानी राशि की वसूली होगी, बल्कि अन्य दुकानदार भी ऐसे बेईमान किसानों को माल देने में सतर्कता बरतेंगे। इस बारे में कृषि आदान विक्रेता संघ बडऩगर के तहसील अध्यक्ष श्री विराग मिश्रा ने कृषक जगत को बताया कि सम्भवत: देश में हमारा यह पहला संगठन है, जिसने ऐसी सूची बनाई है। अन्य किसी भी व्यापारी संगठन द्वारा ऐसा नहीं किया गया है। इस सूची में बडऩगर तहसील के 450 से अधिक ऐसे किसानों के नाम शामिल किए गए गए हैं, जो वर्षों से कृषि आदान विक्रेताओं को भुगतान नहीं कर रहे थे या जिनकी नीयत ही राशि लौटाने की नहीं थी। इस सूची के दो फायदे होंगे। एक तो यह कि इज्जत बचाने की खातिर संबंधित किसान राशि लौटाएगा और दूसरा यह कि इन किसानों के नाम सार्वजनिक होने से तहसील के अन्य कृषि आदान विक्रेता ऐसे किसानों को माल देने से बचेंगे जिनकी छवि अच्छी नहीं है। ऐसे किसानों को अब अन्य दुकानों से भी सामग्री नहीं मिल पाएगी जो अब तक एक दुकान का बकाया रखकर दूसरी दुकान से माल ले जाते थे और बरसों भुगतान नहीं करते थे। इस सूची के विमोचन के बाद संतोषजनक प्रतिक्रिया मिल रही है। ऐसे चूककर्ता किसानों ने भुगतान को लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।
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स्रोत: कृषक जगत