देश में एक बड़ी आबादी पशुपालन से जुड़ी है। बीते कुछ समय में लंपी त्वचा रोग के कहर से कई पशुओं की जान गई। ऐसे में पशुपालन क्षेत्र से जुड़े लोग लंपी वायरस से काफी प्रभावित हुए हैं। उत्तर भारत में भी लंपी वायरस के चलते लाखों पशुओं की जान गई। इस कारण देशभर के कई लोग, जो पशुपालन से जुडे़ थे। उन्हें एक बड़े नुकसान का सामना करना पड़ा। गौरतलब बात है कि पशुपालकों के लिए कई राज्य सरकारों ने राहत पैकेज का एलान किया। वहीं बजट पेश करते हुए राजस्थान सरकार ने राज्य के पशुपालकों के लिए एक बड़ा फैसला लिया है। अशोक गहलोत ने बजट पेश करते हुए एक बड़ी घोषणा की है। सरकार ने बजट पेश करते हुए कामधेनु बीमा योजना शुरू करने का एलान किया है। इस स्कीम के अंतर्गत लंपी रोग से मरने वाली गायों के लिए मुआवजा दिया जाएगा। आइए जानते हैं इस स्कीम के बारे में विस्तार से पशुपालकों के लिए पशुधन काफी महत्वपूर्ण होता है। ऐसे में पशुओं का अच्छा स्वास्थ्य और उनकी सुरक्षा की गारंटी का होना पशुपालकों के लिए काफी जरूरी है। इस बात का ध्यान रखते हुए राजस्थान सरकार ने वित्त वर्ष 2023-24 का बजट पेश करते हुए मुख्यमंत्री कामधेनु बीमा योजना को शुरू करने का फैसला लिया है।इस स्कीम के अंतर्गत लंपी रोग के कारण पशु हानि झेलने वाले पशुपालकों को राजस्थान सरकार आर्थिक सहायता प्रदान करेगी। स्कीम के अंतर्गत सरकार लंपी रोग के कारण जान गंवाने वाली गोवंशों के मालिक को 40 हजार रुपये देगी।राजस्थान सरकार द्वारा बजट में लिया गया फैसला, राज्य के पशुपालकों को सीधे तौर पर लाभान्वित करेगा। बजट के अंतर्गत राजस्थान सरकार ने कामधेनु बीमा योजना के लिए कुल 750 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है।
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स्रोत: अमर उजाला