लोकसभा में केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने बताया कि देश में गुणवत्तायुक्त बीजों की मांग 2016-17 में 353.49 लाख क्विंटल, वर्ष 2017-18 में 371.38 क्विंटल और वर्ष 2018-19 में 353.55 लाख क्विंटल रही। वहीं वर्ष 2009 खरीफ के लिए यह मांग 140.36 लाख क्विंटल थी।
जनगणना में खेती में महिलाओं की भागीदारी का आंकड़ नहीं
केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने बताया कि देश में मुख्य फसलों के उत्पादन में महिलाओं की भागीदारी दर्शाने वाला कोई आंकड़ा उपलब्ध नहीं है। फिर भी गृह मंत्रालय द्वारा 2011 में की गई जनगणना के अनुसार कृषि में महिलाओं की खेतिहर के रूप में भागीदारी 3.60 करोड़ (30.33 प्रतिशत) है और महिला कृषि मजदूरों की संख्या 6.15 करोड़ (42.67 प्रतिशत) है। श्री तोमर ने लोकसभा में ये जानकारी भी दी कि सरकार विभिन्न स्कीमों के अंतर्गत पुरुष किसानों की अपेक्षा महिला किसानों को अतिरिक्त सहायता और समर्थन दे रही है।
विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत प्रति वर्ष 40 से 50 लाख महिला किसानों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
उर्वरक का कैंसर बीमारी से संबंध नहीं
पंजाब सरकार ने केन्द्र को बताया है कि उर्वरक की खपत का पंजाब में कैंसर की बीमारी से कोई संबंध नहीं है। श्री तोमर ने लोकसभा में बताया कि किसानों को रसायनिक उर्वरक का प्रयोग कम करने के लिए विभिन्न माध्यमों से प्रेरित किया गया और पिछले वर्ष की तुलना में यूरिया की खपत में 0.90 लाख टन और डीएपी की खपत में 0.47 लाख टन की कमी आई है।
अवैध एचटी कपास बीज की बिक्री पर कड़ी कार्यवाही
देश में एचटी कपास बीजों के उपयोग की अनुमति नहीं है। समय-समय पर एचटी कपास बीजों का संदिग्ध उपयोग पाए जाने पर नमूने लेने, स्टॉक जप्त करने और धोखाधड़ी से संबंधित कार्रवाई की जा रही है।
महाराष्ट्र सरकार की सूचना के मुताबिक नागपुर, परभणी, नंदूरबार, यवतमाल, चंद्रपुर जिलों में अवैधानिक एचटी कपास बीजों को जप्त किया गया था। 1 करोड़ रुपए से अधिक मूल्य के 9387 एचटी कपास बीज पैकेट तथा हजार किलो से ऊपर खुला कपास बीज जप्त किया गया। पूरे देश में महाराष्ट्र, गुजरात मिलाकर 25 से अधिक एफआईआर दर्ज की गई।
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स्रोत: कृषक जगत