इन दिनों भीषण सर्द मौसम चल रहा है, ऐसे में रबी फसलों पर पाला पड़ने की आशंका बनी हुई है। रबी फसलों को पाले की मार से बचाने के लिए कृषि विभाग सक्रिय हो गया है। कृषि मंत्री कमल पटेल के निर्देश पर कृषि विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों की टीम सतत क्षेत्र में भ्रमण कर किसानों को सचेत कर रही है। बीते दिनों में कृषि विभाग के अधिकारियों ने ग्राम जमुनिया खुर्द,जामुखो, आमाखाल, भगवानपुरा धनकर दीपगावखुर्द आदि में खेतों में पहुंचकर किसानों से चर्चा कर उन्हें पाले से बचाव के तरीके बताएं। वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी संजय जैन ने बताया कि सर्दी के मौसम में पौधों के ऊपर पानी का जमाव हो जाता है,जिससे उनकी कोषिकाएं फट जाती है। एवं पौधों की पत्तियॉ सूख जाती है परिणामस्वरूप फसलों में भारी क्षति हो जाती है।पाले से पौधों व फसलों पर प्रभाव बताते हुए उन्होंने कहा कि पाले के प्रभाव से पौधों की कोशिकाओं में जल संचार प्रभावित होता है। प्रभावित फसल अथवा पौधे का बहुभाग सूख जाता है जिससे रोग व कीट का प्रकोप बढ़ जाता है। पाले के प्रभाव से फल व फूल नष्ट हो जाते है। सब्जी फसल पाला आने से अधिक प्रभावित होती है व पूर्णतः नष्ट हो जाती है।
उन्होंने किसानों को पाला से पौधों व फसलों के बचाव के लिए कहा कि पाला पङने की संभावना होने पर खेत में सिंचाई करें।
पर्याप्त नमी होने से फसलों में नुकसान की संभावना कम होती है। पाला पड़ने की संभावना होने पर खेत की उत्तरी-पश्चिमी दिशा की मेढों पर रात्रि में धुंआ करना चाहियें। फसलों में जल- विलेय सल्फर 80 प्रतिशत की 500 ग्राम मात्रा प्रति एकड़ की दर से पर्णीय छिडकाव करें।
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स्रोत: Nai Dunia