स्टार्टअप व्यवसाय को विकसित करने में मदद करने वाले संस्थानों को इनक्यूबेशन सेंटर कहा जाता है। इनक्यूबेशन सेंटर प्रारंभिक चरण में गुरु की भूमिका निभाते हैं। यहां पर प्रशिक्षण के माध्यम से युवा किसानों को बताया जाएगा कि वह अपनी फसल से किस तरह से प्रोडक्ट तैयार करें और उन्हें बाजार में किस तरह से बेचें। जिससे वह मुनाफा कमा सकें।
इनक्यूबेशन सेंटर में व्यापारिक तकनीक,सुविधाएं, सलाह, प्रारंभिक विकास निधि,नेटवर्क,संबंध,सहाकारी रिक्त स्थान, प्रयोगशाला की सुविधा,सलाह व सलाहकार समर्थन जैसी सुविधाएं प्रदान करता है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र में कार्य करने वाले युवा व किसान यूनिट लगाएं। उन्हें प्रदेश सरकार लोन भी उपलब्ध कराने में मदद करेगी और 10 लाख से ढाई करोड़ तक की छूट भी देगी। यूनिट लगाने से पहले उन्हें कार्यशाला में प्रशिक्षण दिया जाएगा,मार्केटिंग सिखाई जाएगी। प्रदेश में अनाज के साथ फल, सब्जियों आदि का रिकार्ड उत्पादन कर रहा है। अब किसान प्रंसस्करण कर अपनी आय को बढ़ाएगा। कद्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि किसानों की आय को बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री 2014 से लगातार प्रयास कर रहे है। अब यह तीन इनक्यूबेशन सेंटर में किसान नई तकनीक सीखेगा और अपनी उपज को जब खुद ही बेचेगा तो वह व्यापार करेगा और मुनाफ कमाएगा। जिससे उसकी आय बढ़ेगी और खेती लाभ का व्यवसाय बनेगी। उद्यानिकी मंत्री भारत सिंह ने कहा कि किसानों दशा व दिशा दोनों बदलने वाली हैं। अब किसान अपनी फसल का खुद दाम तय करेगा और लाभ कमाएगा।
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स्रोत: Nai Dunia