पेटियों में नहीं, अब एक-एक किलो के पैक में सेब बेचेंगे कोटगढ़ के बागवान

September 11 2021

मंडियों में सेब के रेट औंधे मुंह गिरने के बाद बागवानों ने अपनी फसल के विपणन के लिए नया तरीका निकाला है। शिमला जिले के कोटगढ़ के बागवान अपना प्रीमियम क्वालिटी का सेब ट्रायल के तौर पर एक किलो के पैक ऑफ सिक्स में बेचेंगे। इसके लिए बागवानों ने चंडीगढ़, दिल्ली और गुड़गांव के सुपर मार्केट और ग्रॉसरी स्टोर से संपर्क साधा है। बागवानों को उम्मीद है कि एक किलो का पैनेट (पारदर्शी डिब्बा) 150 से 200 रुपये में बिकेगा। इन दिनों मंडियों में बढ़िया क्वालिटी का सेब औसतन 1500 से 1800 रुपये प्रति पेटी बिक रहा है। 25 किलो की पेटी के बागवानों को प्रतिकिलो 60 से 70 रुपये मिल रहे हैं। शिमला के कोटगढ़ के भरेड़ी निवासी युवा बागवान इशित भैक ने बताया कि मंडियों में सेब बेचने पर लागत भी नहीं मिल रही।

इसलिए पहली बार ट्रायल तौर पर सेब को पैक ऑफ सिक्स में बेचने की सोच रहे हैं। आढ़ती और लदानी का चक्कर छोड़ सीधे रिटेलर तक पहुंचने की योजना है। पैकिंग के लिए गुजरात से एक किलो के पैनेट मंगवाए गए हैं। गांव के लोग एक किलो की पैकिंग में सेब बेचने के लिए खासे उत्साहित हैं। कई लोग 100 से 200 पैनेट की मांग कर चुके हैं। चैरी और प्लम को भी कोटगढ़ के बागवान पैनेट में बेचते हैं। गत्ते के पैक ऑफ सिक्स का भी इंतजाम किया जा रहा है। ट्रांसपोर्टेशन के लिए एक पेटी के भीतर 4 तहों में 16 पैनेट भेजे जाएंगे, ताकि सेब खराब न हो। अगले हफ्ते तक पहली खेप रवाना करने का लक्ष्य है।

सेब के हिमाचली ब्रांड को प्रचलित करने का प्रयास

हिमाचली फार्मर प्रोड्यूस कंपनी के संस्थापक दीपक सिंघा ने बताया कि मंडियों में सेब के रेट गिरने से करीब 5000 करोड़ की आर्थिकी संकट में है। फार्म टू रिटेल योजना के तहत सेब के हिमाचली ब्रांड को प्रचलित करने के लिए पैक ऑफ सिक्स के बाद पैक ऑफ फोर और थ्री लाने की योजना है। अफसोस की बात है कि शिमला एप्पल के नाम पर दिल्ली में बी ग्रेड सेब 80 रुपये किलो बिक रहा है। इस सेब को शिमला की मंडियों में सिर्फ 12 रुपये किलो रेट मिल रहे हैं।

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स्रोत: Amar Ujala