By: News18, Date: 21 August 2017
हरदा जिले में प्रकृति की मार से एक बार फिर किसान संकट में हैं. औसत से कम वर्षा के कारण फसलें संकट में है. पीला सोना कही जाने वाली सोयाबीन की फसल पर वायरस के अटैक से किसान परेशानी में हैं.
पीला मोजक नाम के वायरस के अटैक से सोयाबीन की फसल खेतो में खराब होने लगी है. सोयाबीन के साथ ही उड़द की फसल में भी रोग लगने के कारण फलिया बढ़ नहीं रही है. वही खराब फसल के नुकसानी सर्वे की मांग भी उठने लगी है. किसानों का कहना है की जल्द बारिश नहीं हुई तो जिले करोड़ों रुपए का नुकसान होगा.
जिले में इस वर्ष खरीफ फसल के रूप में सोयाबीन और उड़द खेतों में बोई गई थी. जिले में 84 हजार 500 हेक्टयर में सोयाबीन और 75 हजार हेक्टेयर में उड़द बोई गई है. दोनों फसलों में कुल 46 करोड़ 23 लाख रुपए का बीज किसानों ने खरीद कर बोया था. | विगत वर्ष की अपेक्षा कम वर्षा होने से फसलों पर संकट आ गया है. खेतो में सोयाबीन और उड़द की फसलें रोग से प्रभावित हो रही हैं. सोयाबीन की फसल पीला मोजक और उड़द पर सुखी पुंसि नाम का रोग लगने से खराब हो रही है. किसानों का कहना है कि सरकार को भी मैदानी हकीकत का आकलन करना चाहिए.
कृषि विभाग के अधिकारियों का कहना है कि किसान खेतों में खराब हो रहे पौधों को उखाड़कर अलग कर दें जिससे रोग का असर फसल पर ज्यादा नहीं हो|
इस (स्टोरी) कहानी को अपनी खेती के स्टाफ द्वारा सम्पादित नहीं किया गया है एवं यह कहानी अलग-अलग फीड में से प्रकाशित की गयी है|

 
                                
 
                                         
                                         
                                         
                                         
 
                            
 
                                            