मौसम के बदले मिजाज के चलते गुरुवार सुबह से ही आसमान में बादलों की आवाजाई जारी रही जो दोपहर में ओलों के साथ बरसे। सोनभद्र के घोरावल तहसील क्षेत्र के कई गांवों में बारिश के साथ ओलावृष्टि से किसान चिंतित हो गए। लगभग सात मिनट तक ओलों की बरसात होने से रबी की फसलों को नुकसान पहुंचा है।
घोरावल नगर और आसपास के इलाकों में दोपहर करीब 12 बजे से बादल छाने लगे। इसी बीच ओलावृष्टि के साथ बारिश होने लगी। करीब सात मिनट की इस ओलावृष्टि से किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें छा गईं। पेढ़, धुरकरी, विसुंधरी, पुरखास,नेवारी, सतौहा, नकबई समेत कई गांवों में ओलावृष्टि हुई।
पेढ़ गांव निवासी अशोक कुमार, शोभनाथ मौर्या, रामेश्वर पुरुषोत्तम, विसुंधरी गांव निवासी रामविलास देवनाथ इत्यादि किसानों ने बताया कि उनके खेतों में ओलावृष्टि से फसलों को नुकसान पहुंचा है। रबी सीजन में खेतों में गेहूं, चना, जौ, अरहर, मसूर, सरसो,सब्जी इत्यादि की फसल या तो तैयार है अथवा पकने की कगार पर है।
किसान कर रहे ईश्वर से प्रार्थना
इस ओलावृष्टि से रबी फसल को नुकसान पहुंचा है। यदि फिर से ओलावृष्टि हुई तो किसानों को काफी नुकसान पहुंच सकता है। इलाके के किसान ईश्वर से प्रार्थना कर रहे हैं कि फिर से ओलावृष्टि न हो और कड़ी मेहनत से तैयार उनकी फसल सुरक्षित रहे।
इस खबर को अपनी खेती के स्टाफ द्वारा सम्पादित नहीं किया गया है एवं यह खबर अलग-अलग फीड में से प्रकाशित की गयी है।
स्रोत: Amar Ujala

                                
                                        
                                        
                                        
                                        
 
                            