देश के किसानों को आर्थिक मदद देने के लिए सरकार समय-समय पर कई स्कीम लाती रहती है। इन्हीं में से एक है किसान क्रेडिट कार्ड, जिसके जरिए किसानों को कर्ज से मुक्ति दिलाने के लिए सरकार सस्ती दर पर लोन उपलब्ध कराती है। इस शानदार स्कीम के तहत किसानों को 3 लाख रुपये तक का लोन दिया जाता है। देश में पिछले कुछ समय से किसानों को लेकर काफी हलचल मची हुई है। साथ ही पांच राज्यों में हो रहे विधानसभा चुनाव के प्रथम चरण का मतदान 10 फरवरी को होना है। वहीं वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को आम बजट पेश करेंगी। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि किसानों के लिए कई बड़े फैसले लिए जा सकते हैं। किसान क्रेडिट कार्ड के तहत किसानों को बहुत ही कम ब्याज पर कर्ज प्रदान कराया जाता है। जिसमें केवल 7 फीसदी की दर पर ब्याज आदा करना होता है। खास बात तो ये है कि कोई किसान यदि लोन एक साल के अंदर ही चुका देता है, तो उसे मात्र चार फीसदी ही ब्याज देना होता है।
किसान क्रेडिट के तहत फसलों की बुवाई के लिए किसानों को बैंकों से बेहद कम ब्याज दर पर लोन मुहैया कराया जाता है। इस योजना में किसानों को तीन लाख रुपये तक का लोन बिना किसी गारंटी के दिया जाता है। साथ ही तीन से लेकर पांच लाख रुपये तक का शॉर्ट टर्म लोन महज चार फीसदी की ब्याज दर पर दिया जाता है।
दरअसल, इस लोन पर सरकार दो फीसदी की सब्सिडी भी देती है। इतना ही नहीं, समय पर लोन चुकाने पर किसान को तीन फीसदी की छूट भी दी जाती है। इस हिसाब से ये लोन केवल चार फीसदी पर मिल जाता है, लेकिन यदि लोन चुकाने में देरी होती है, तो लोन की ब्याज दर सात फीसदी हो जाती है।
किसानों के लिए ये स्कीम बेहद काम की है। खास बात तो ये है कि किसान क्रेडिट कार्ड की मदद से किसान अपनी फसल का बीमा भी करवा सकते हैं। कई बार किसी भी कारणवश फसल खराब हो जाती है, जिसके चलते किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ता है।
ऐसे में जिस किसी भी कारण से अपनी फसल नष्ट हुई हो, आपको मुआवजा भी दिया जाता है। अब चाहे बाढ़ की स्थिति में फसल के डूबने से खराब हो या फिर सूखा पड़ने पर फसल के जल जाने से, किसान क्रेडिट कार्ड के जरिए आप इस पर मुआवजा भी पा सकते हैं।
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स्रोत: Amar Ujala

                                
                                        
                                        
                                        
                                        
 
                            