कृषि

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Rainfall
225-475cm
मिट्टी
इसे मिट्टी की विभिन्न किस्मों जैसे भारी चिकनी दोमट और रेतली दोमट मिट्टी में उगाया जा सकता है। यह उपजाऊ मिट्टी में भी अच्छी उगती है। जलजमाव, नमक वाली और क्षारीय मिट्टी में पान की खेती ना करें। हल्की मिट्टी के साथ साथ अच्छी गहराई वाली भारी लाल दोमट मिट्टी भी इसकी खेती के लिए उपयुक्त होती है।
प्रसिद्ध किस्में और पैदावार
ज़मीन की तैयारी
मिट्टी के भुरभुरा होने तक खेत की चार से पांच बार जोताई करें। फिर पास के क्षेत्रों से 5-10 सैं.मी. की दूरी पर ज़मीन तैयार करें और दोनों भागों पर उचित ढलान दें। इससे अतिरिक्त पानी के निकास में मदद मिलेगी। फिर 15 सैं.मी. ऊंचे और 30 सैं.मी. चौड़े आवश्यक बैड तैयार करें।
बिजाई
बीज
प्रजनन
खाद
खादें (किलोग्राम प्रति एकड़)
UREA | SSP | MOP |
130 | 40 | 12 |
तत्व (किलोग्राम प्रति एकड़)
NITROGEN | PHOSPHORUS | POTASH |
60 | 8 | 8 |
पान की पूरी फसल को नाइट्रोजन 60 किलो (यूरिया 130 किलो), फासफोरस 8 किलो (एस एस पी 40 किलो) और पोटाश 8 किलो (म्यूरेट ऑफ पोटाश 12 किलो) प्रति एकड़ में प्रति वर्ष डालें। शुरूआती खुराक के तौर पर नाइट्रोजन 15 किलो (यूरिया 35 किलो) के साथ फासफोरस और पोटाश की पूरी मात्रा डालें। बाकी बची नाइट्रोजन को तीन भागों में बांटे - पहले भाग को बेलों के चढ़ने के 15 दिन बाद और दूसरी और तीसरी मात्रा 40-45 दिनों के अंतराल पर डालें।
सिंचाई
अच्छी वृद्धि और अच्छी उपज के लिए मिट्टी में पर्याप्त नमी मौजूद होनी चाहिए इसलिए जलवायु परिस्थितियों के आधार पर लगातार हल्की सिंचाई करें। यह जल जमाव स्थिति के प्रति संवेदनशील है। अतिरिक्त पानी के निकास का उचित प्रबंध करें।
कटाई और छंटाई
पौधे की देखभाल
- बीमारियां और रोकथाम
बैक्टीरियल पत्तों पर धब्बा रोग या तना गलन : Z-78, 3 ग्राम +एम 45, 3 ग्राम को प्रति लीटर पानी में मिलाकर स्प्रे करें। यदि जरूरत पड़े तो तोड़े गए पत्तों पर 20 दिनों के अंतराल पर दूसरी स्प्रे करें।
पत्तों पर सफेद धब्बे : यदि इसका हमला दिखे तो घुलनशील सल्फर 2 ग्राम को प्रति लीटर पानी में मिलाकर तोड़े गए पत्तों पर स्प्रे करें या सल्फर 10 किलो को प्रति एकड़ में तोड़े गए पत्तों पर छिड़कें।
- हानिकारक कीट और रोकथाम
मिली बग : पौधे के प्रभावित भागों को इकट्ठा करें और नष्ट कर दें। नीम का तेल 5 मि.ली. को टीपॉल 1 मि.ली. को प्रति लीटर पानी के साथ स्प्रे करें।
लाल मकौड़ा जूं : यदि इसका हमला दिखे तो मोनोसिल 2 मि.ली. को प्रति लीटर पानी में मिलाकर स्प्रे करें।
फसल की कटाई
पान की फसल रोपाई के 2-3 महीनों में कटाई के लिए तैयार हो जाती है। जैसे कि जब बेल 1.2-1.8 मीटर की वृद्धि कर जाये तो इसके बाद प्रत्येक 15-25 दिनों के लिए तुड़ाई कर लें। तने के निचले भाग से पत्तों की तुड़ाई करें। पंखुड़ियों के भाग के साथ पके हुए पत्तों को तोड़ें । तुड़ाई हाथों से से की जाती है। एक एकड़ खेत से प्रतिवर्ष 30-40 लाख पत्ते प्राप्त किए जाते हैं।