कृषि

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Temperature
15-20°C
मिट्टी
इसे मिट्टी की कई किस्मों में उगाया जा सकता है। बारानी फसल होने के कारण, यह जलोढ़ मिट्टी, दोमट मिट्टी और काली चिकनी मिट्टी में सबसे अच्छी वृद्धि करती है। सिगार और चिरूट तंबाकू की खेती सलेटी से लाल मिट्टी से लेकर हल्की बजरीयुक्त से रेतली दोमट मिट्टी में की जाती है। चबाने वाला तंबाकू हर किस्म की मिट्टी में उगाया जा सकता है। जल जमाव वाली मिट्टी में इसकी खेती ना करें। सिगार की अच्छी गुणवत्ता के लिए मिट्टी में रेत मिलायें। नाइट्रोजन, पोटाशियम, कैलशियम और मैगनीशियम की उच्च मात्रा युक्त मिट्टी ही चुनें।
प्रसिद्ध किस्में और पैदावार
ज़मीन की तैयारी
मिट्टी की किस्म के आधार पर खेत की मोल्ड बोर्ड और सिंगल हल से 6-10 बार जोताई करें। जोताई के बाद डलियों को तोड़ने और मिट्टी को समतल करने के लिए सुहागा फेरें। नदीनों को निकाल दें और खेत को नदीन मुक्त रखें। मिट्टी की किस्म के आधार पर, अच्छी तरह से गला हुआ गाय का गोबर या रूड़ी की खाद मिट्टी में अच्छी तरह से मिलायें।
बिजाई
बीज
पनीरी की देख-रेख और रोपण
खाद
खादें (किलोग्राम प्रति एकड़)
UREA | SSP | MOP |
90 | 250 | - |
तत्व (किलोग्राम प्रति एकड़)
NITROGEN | PHOSPHORUS | POTASH |
40 | 40 | - |
तंबाकू उगाने वाले विभिन्नि क्षेत्रों में खादों की मात्रा भी विभिन्न होती है। खेत की तैयारी के समय 10 टन रूड़ी की खाद या अच्छी तरह से गला हुआ गाय का गोबर या फिल्टर प्रैस केक प्रति एकड़ में डालें। फासफोरस 40 किलो (एस एस पी 250 किलो) शुरूआती खुराक के तौर पर डालें। नाइट्रोजन 40 किलो (यूरिया 90 किलो) का बुरकाव प्रति एकड़ में करें।
खरपतवार नियंत्रण
सिंचाई
काली मिट्टी में तंबाकू सामान्य सिंचित नहीं होता, लेकिन कई हालातों में 40 दिन के पौधों को एक सिंचाई देने की सिफारिश की गई है। जब इसकी खेती हल्की मिट्टी में की जाए तो छ: सिंचाइयों की आवश्यकता होती है। सिंचाई के लिए अच्छी गुणवत्ता वाले पानी का प्रयोग करें, इसमें क्लोराइड की मात्रा 50 पी एम से ज्यादा नहीं होनी चाहिए क्योंकि इससे पत्ते झुलस जाते हैं और पत्तों की गुणवत्ता पर भी इसका असर पड़ेगा।
पौधे की देखभाल

- हानिकारक कीट और रोकथाम

