IPL 81: यह किस्म बुंदेलखंड के क्षेत्रों में उगाने के लिए उपयुक्त है। यह 120-125 दिनों में कटाई के लिए तैयार हो जाती है। इसके दाने छोटे होते हैं। इसकी औसतन पैदावार 7-8 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
Narendra Masur: यह किस्म पूरे उत्तर प्रदेश में उगाने के लिए उपयुक्त है। यह 135-140 दिनों में कटाई के लिए तैयार हो जाती है। इसके दाने मध्यम आकार होते हैं। इसकी औसतन पैदावार 8-9 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
DPL 62: यह किस्म पूरे उत्तर प्रदेश में उगाने के लिए उपयुक्त है। यह 130-135 दिनों में कटाई के लिए तैयार हो जाती है। इसके दाने मध्यम आकार होते हैं। इसकी औसतन पैदावार 7-8 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
Pant Masur 5: यह किस्म पूरे उत्तर प्रदेश में उगाने के लिए उपयुक्त है। यह 135-140 दिनों में कटाई के लिए तैयार हो जाती है। इसके दाने मध्यम आकार होते हैं। इसकी औसतन पैदावार 8-9 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
Pant Lentil 4: यह किस्म उत्तर प्रदेश के मैदानी क्षेत्रों में उगाने के लिए उपयुक्त है। यह 140-145 दिनों में कटाई के लिए तैयार हो जाती है। इसके दाने छोटे आकार होते हैं। इसकी औसतन पैदावार 6.4 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
DPL 15: यह किस्म उत्तर प्रदेश के मैदानी क्षेत्रों में उगाने के लिए उपयुक्त है। यह 130-140 दिनों में कटाई के लिए तैयार हो जाती है। इसकी औसतन पैदावार 7-8 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
L 4076: यह किस्म पूरे उत्तर प्रदेश में उगाने के लिए उपयुक्त है। यह 135-140 दिनों में कटाई के लिए तैयार हो जाती है। इसके दाने मध्यम आकार के होते हैं। इसकी औसतन पैदावार 7-8 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
Pusa Vaibhav: यह किस्म उत्तर प्रदेश के मैदानी क्षेत्रों में उगाने के लिए उपयुक्त है। यह 135-140 दिनों में कटाई के लिए तैयार हो जाती है। इसकी औसतन पैदावार 7-9 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
K 75: यह किस्म पूरे उत्तर प्रदेश में उगाने के लिए उपयुक्त है। यह 120-125 दिनों में कटाई के लिए तैयार हो जाती है। इसके दाने बड़े आकार के होते हैं। इसकी औसतन पैदावार 5.6-6.4 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
HUL 57: यह किस्म पूरे उत्तर प्रदेश में उगाने के लिए उपयुक्त है। यह 125-135 दिनों में कटाई के लिए तैयार हो जाती है। इसके दाने छोटे आकार के होते हैं। इसकी औसतन पैदावार 7-9 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
KLS 218: यह यू पी में उगाने के लिए उपयुक्त किस्म है। यह 125-130 दिनों में कटाई के लिए तैयार हो जाती है। इसके दाने मध्यम आकार के होते हैं। इसकी औसतन पैदावार 7-8 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
IPL 406: यह पश्चिमी यू पी में उगाने के लिए उपयुक्त किस्म है। यह 125-130 दिनों में कटाई के लिए तैयार हो जाती है। इसके दाने बड़े आकार के होते हैं। इसकी औसतन पैदावार 6.8 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
Shekhar 2: यह किस्म पूरे यू पी में उगाने के लिए उपयुक्त किस्म है। यह 125-130 दिनों में कटाई के लिए तैयार हो जाती है। इसकी औसतन पैदावार 8-9 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
Shekhar 3: यह किस्म पूरे यू पी में उगाने के लिए उपयुक्त किस्म है। यह 125-130 दिनों में कटाई के लिए तैयार हो जाती है। इसकी औसतन पैदावार 8-9 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
DDR 27, Prakash, Swati, HUPD 15: यह अधिक उपज वाली और कम समय की किस्म है। यह किस्म पत्ते पर सफेद धब्बे रोगों की प्रतिरोधक है।
दूसरे राज्यों की किस्में
Pant Lentil 8 (PL 063): यह किस्म 2010 में जारी की गई। इसकी औसतन पैदावार 5 क्विंटल प्रति एकड़ होती है। यह किस्म 135 दिनों में पक जाती है। यह किस्म काफी हद तक कुंगी, सूखे और फली छेदक के प्रतिरोधक किस्म है।
Haryana Masur 1: यह पूरे हरियाणा में बोने के लिए अनुकूल किस्म है। यह कीटों और बीमारियों के प्रतिरोधी है। यह किस्म 140 दिनों में कटाई के लिए तैयार हो जाती है। इसकी औसतन पैदावार 6.5-7 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
Sapna: यह दरमियाने समय की किस्म हरियाणा के सिंचित क्षेत्रों में बोने के लिए अनुकूल है। यह 140 दिनों में कटाई के लिए तैयार हो जाती है। इसके दाने मोटे, समतल, और सलेटी रंग के होते हैं जिन पर गहरे काले रंग के धब्बे होते हैं। यह फली छेदक के प्रतिरोधी है। इसकी औसतन पैदावार 6 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
Garima: यह सिंचित और असिंचित दोनों क्षेत्रों में उगाई जा सकती है। इसके पत्ते चौड़े और गहरे हरे रंग के होते हैं। इसके दाने सपना किस्म के दानों से बड़े होते हैं। यह किस्म 135 दिनों में कटाई के लिए तैयार हो जाती है। इसकी औसतन पैदावार 6 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
Bombay 18: यह किस्म 130-140 दिनों में कटाई के लिए तैयार हो जाती है। इसकी औसतन पैदावार 4-4.8 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
DPL 15: यह किस्म 130-140 दिनों में कटाई के लिए तैयार हो जाती है। इसकी औसतन पैदावार 5.6-6.4 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।
Pant Lentil 7: यह किस्म 147 दिनों में कटाई के लिए तैयार हो जाती है। इसकी औसतन पैदावार 6 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।