चालू रबी सीजन में फसलों की बुवाई ने रफ्तार पकडऩा शुरू कर दिया है। अब तक लक्ष्य की तुलना में 50 फीसदी बुवाई पूरी हो चुकी है। इस वर्ष राज्य में गेहूं का रकबा कम कर दलहनी एवं तिलहनी फसलों का रकबा बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है उनका लक्ष्य बढ़ाया गया है। अब तक गेहूं की बोनी 37.11 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है जबकि गत वर्ष इस अवधि में 33.27 लाख हेक्टेयर में गेहूं बोया गया था। अब तक म.प्र. में 72.02 लाख हेक्टेयर में बुवाई हुई है जबकि गत वर्ष इस अवधि में 62.77 लाख हेक्टेयर में बोनी कर ली गई थी।
कृषि विभाग के मुताबिक प्रदेश में रबी फसलों का सामान्य क्षेत्र 107 लाख 33 हजार हेक्टेयर है। गत वर्ष 138.78 लाख हेक्टेयर में बोनी की गई थी जबकि इस वर्ष 138.89 लाख हेक्टेयर में रबी फसलें लेने का लक्ष्य रखा गया है। कृषि विभाग के मुताबिक अब तक 72.02 लाख हेक्टेयर में बोनी कर ली गई है जो लक्ष्य का 50 फीसदी है। प्रमुख फसल चने की बोनी अब तक 17.92 लाख हेक्टेयर में हो गई है जो गत वर्ष समान अवधि में 16.70 लाख हे. में हुई थी। अन्य फसलों में अब तक मटर 1.73 लाख हे. में, मसूर 4.61 लाख हे. में बोई गई है।
राज्य की प्रमुख तिलहनी फसल सरसों की बोनी लक्ष्य 8.63 लाख हे. के विरुद्ध 9.43 लाख हे. में हो गई है जो लक्ष्य से लगभग 80 हजार हेक्टेयर अधिक है। जबकि गत वर्ष इस समय तक 5.82 लाख हे. में बोनी हुई थी। वहीं अलसी की बोनी 56 हजार हेक्टेयर में हुई है। इस वर्ष गन्ना 1.44 लाख हेक्टेयर लक्ष्य के विरुद्ध अब तक 19 हजार हेक्टेयर में बोया गया है। प्रदेश में अब तक कुल अनाज फसलें 37.58 लाख हे. में, दलहनी फसलें 24.25 लाख हे. में एवं तिलहनी फसलें 9.99 लाख हे. में बोई गई हैं।
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स्रोत: Krishak Jagat

 
                                
 
                                         
                                         
                                         
                                         
 
                            
 
                                            