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न्यूज एजेंसी वार्ता के अनुसार उन्होंने किसानों को बदलते जलवायु परिवेश में प्राकृतिक संसाधनों के सदुपयोग के बारे में भी जानकारी दी और कहा कि वे उत्पादन लागत कम करें इससे मुनाफा बढ़ेगा। उन्होंने खेती को लाभकारी बनाने के लिए नाबार्ड की मदद से किसान उत्पादक संगठन बनाकर उत्पाद के विपणन करने गोबर और गोमूत्र से जैविक खेती करने की सलाह दी। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार समूह में जैविक खेती करने की योजना भी किसानों के हित में बना रही है। उन्होंने युवाओं को खेती से जोड़ने हेतु कृषि उदमशीलता योजना से जुड़ने की भी अपील की। प्रो सिंह ने हैप्पी सीडर से गन्ने की पत्ती में गेहूं की बिजाई
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स्रोत: Raftaar