प्रोफेसर का दावा : फटे दूध के पानी से खाएं गोलगप्पे तो नहीं होगी सर्दी

August 02 2018

रायपुर। जो बच्चे-बुजुर्ग अक्सर सर्दी-खांसी से परेशान रहते हैं, उन्हें गोलगप्पे खाने से इससे छुटकारा मिल जाएगा। आपको पढ़ने में अटपटा तो लग रहा होगा, लेकिन यह सच है। छत्तीसगढ़ की दुग्ध विज्ञान एवं खाद्य प्रौद्योगिकी महाविद्यालय की प्रोफेसर डॉ. अर्चना खरे ने इस पर शोध किया है।

इसमें खास है गोलगप्पे का पानी। उन्होंने फटे दूध के पानी में नींबू और चुकंदर का रस मिलाकर गोलगप्पे का पानी तैयार किया ताकि इसके सेवन से शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़े और सर्दी-खांसी ठीक हो जाए। इस विधि को इंडियन काउंसिल ऑफ एग्रीकल रिसर्च (आईसीएआर) ने प्रमाणित भी कर दिया है।

दरअसल सर्दी-खांसी रोग प्रतिरोधक क्षमता की कमी के कारण होती है। दूध में मानव शरीर के विकास और प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के सभी तत्व पाए जाते हैं। जब दूध फट जाता है तब उसके आधे तत्व पानी में रह जाते हैं, जिसमें कैल्शियम, विटामिन ए की पूर्ति के लिए नींबू तथा आयरन और प्रोटीन के लिए चुकंदर का रस मिलाया गया।

गुपचुप के पानी में तीखेपन के लिए काली मिर्च और अदरक डाली गई, ताकि गोलगप्पे के पानी का पूरा स्वाद आ जाए। सर्दी-जुकाम वाले कई छात्रों पर इसका प्रयोग किया गया। लगातार तीन दिन तक सात से आठ गोलगप्पे खाने से उनकी सर्दी-खांसी दूर हो गई।

इस तरह होता है तैयार पानी

-चुकंदर को साफ कर उसे मिक्सी में पीस कर रस निकाल लें, उसके बाद उक्त रस को उबालकर उसे फटे दूध के पानी में मिला दें।

- नींबू को साफ कर उसका एक कप रस निकाल लें, उसके एक चम्मच कार्ली मिर्च, काला नमक और जीरा पाउण्डर डालें।

- फटे दूध के पानी में दोनों रस को मिला दें, यदि खट्टा कम है तो ऊपर से नींबू का रस मिलाया जा सकता है।

ये हैं पोषक मान

प्रोटीन 1.5 ग्राम

वसा- 1.0 ग्राम

कैल्शियम - 90 मिली ग्राम

विटामिन - ए- 1.5 आइयू

आयरन- .79 माइक्रोग्राम

इनका कहना है

फटे दूध का पानी ज्यादातर फेंक दिया जाता है, लेकिन उसमें पौष्टिकता सर्वाधिक होती है। इसी बात को ध्यान में रखकर आम लोगों की पसंद के अनुसार गोलगप्पे का पानी तैयार किया गया। इसमें नींबू और चुकंदर का रस मिलाया गया। इससे सर्दी-खांसी आसानी से ठीक हो जाती है। 

- डॉ. अर्चना खरे, दुग्ध एवं खाद्य प्रौद्योगिकी महाविद्यालय, रायपुर

Source: Naiduniya News