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प्रदेश के लोक निर्माण एवं पर्यावरण विभाग के मंत्री सज्जन वर्मा के मुख्य आतिथ्य में शुक्रवार को कृषि उपज मंडी प्रागंण में किसान सम्मेलन का आयोजन हुआ तथा तीन दिवसीय कृषि विज्ञान मेले का शुभारंभ भी हुआ। कार्यक्रम में जय किसान फसल ऋण माफी योजना के तहत किसानों को फसल ऋण माफी के स्वीकृति पत्रों के वितरण कार्यक्रम की शुरुआत भी की गई।
मंत्री वर्मा ने संबोधन में कहा कि मुख्यमंत्री कमलनाथ ने किसानों की दो लाख रुपए के कर्जमाफी कर सबसे बड़ा वचन पूरा कर दिया है। उन्होंने कहा कि आज का दिन हम सब के लिए ऐतिहासिक है। पूरे प्रदेश में कर्ज माफी के जो आकड़े आएं हैं उनमें सबसे ज्यादा संख्या में देवास जिले के किसानों को लाभ मिला है। प्रदेश की नई सरकार की नीति व नियति स्पष्ट हैं। किसानों व नौजवानों के हित में निर्णय लिए गए हैं। किसान का बेटा यदि शहर में रहता है और कॉलेज में पढ़ता है तो चार हजार रुपए का स्टायपेंड मिलेगा। उन्होंने कहा सरकार ने वृद्धों व विधवा महिला पेंशन की राशि में भी वृद्धि कर दी है। अब 300 रुपए के स्थान पर 600 रुपए पेंशन दी जाएगी। इसके साथ ही मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना में राशि बढ़ाकर 51 हजार रुपए कर दी गई है। कार्यक्रम के प्रारंभ विधायक चौधरी ने भी किसानों व नौजवानों के हित में सरकार द्वारा लिए गए निर्णयों की जानकारी दी। इससे पूर्व मंत्री वर्मा ने कृषि विज्ञान मेले में कंपनियों के स्टॉल का निरीक्षण किया तथा जानकारी भी ली। कार्यक्रम में बताया कि देवास तहसील के 18 हजार 271 किसानों की कुल 51.66 करोड़ रुपए की राशि जय किसान फसल ऋण माफी योजना अंतर्गत माफ की जा रही है। कार्यक्रम के अंत में मंत्री वर्मा ने किसानों को प्रतीक स्वरुप ऋण माफी के स्वीकृति पत्र भी वितरित किए। कार्यक्रम का औपचारिक शुभारंभ मंत्री वर्मा ने चार महिला कृषकों के हाथों मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्ज्वलन कर कराया। इस अवसर पर कलेक्टर डॉ. श्रीकांत पांडेय, पुलिस अधीक्षक चंद्रशेखर सोलंकी, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत शीतला पटले, मनोज राजानी, जयसिंह ठाकुर, विक्रम मुकाती, अनिल गोस्वामी, सुधीर शर्मा तथा अन्य जनप्रतिनिधिगण, अधिकारीगण के साथ बड़ी संख्या में कृषकगण उपस्थित थे।
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स्रोत: Nai Dunia