खरीफ सीजन अपने पीक पर है. जिसके तहत इन दिनों खरीफ सीजन की मुख्य फसल धान की रोपाई और बुवाई की प्रक्रिया पूरी हो गई है. इसके साथ ही रबी सीजन की तैयारियां हो गई हैऋ इसी कड़ी में पंजाब सरकार ने रबी सीजन की मुख्य फसल गेहूं की खेती को किसानों के लिए सरल बनाने की तरफ कदम बड़ा दिए हैं. जिसके तहत पंजाब सरकार ने किसानों को गेहूं बीज में मिलने वाली सब्सिडी सीधे देने का फैसला दिया है. जिसके तहत किसानों को अब सब्सिडी के लिए आवेदन नहीं करना हाेगा. बल्कि किसानों को गेहूं के बीज खरीदते समय कम दाम चुकाने होंगे. यानी किसानों को सब्सिडी के दाम काट कर ही बीज मिला करेंगे.
पंजाब के कृषि मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल ने कृषि विभाग और PUNSEED के अधिकारियों के साथ बैठक की. जिसमें आगामी सीजन के दौरान किसानों को गुणवत्तापूर्ण गेहूं बीज उपलब्ध कराने के लिए कृषि विभाग और PUNSEED की तैयारियों की समीक्षा की गई.
पुरानी व्यवस्था के तहत बीज सब्सिडी के लिए करना पड़ता था आवेदन
पंजाब में बीज सब्सिडी की पुरानी व्यवस्था के तहत किसानों को सब्सिडी का लाभ लेने के लिए आवेदन करना होता था. आवेदन की इस प्रक्रिया के तहत किसानों को पहले लम्बरदार/सरपंच से सत्यापन प्राप्त करना होता था. उसके बाद ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करना पड़ता था.बैठक के बाद कृषि मंत्री धालीवाल ने कहा कि किसानों को महत्वपूर्ण राहत देने के लिए गेहूं बीज सब्सिडी देने की पुरानी व्यवस्था को बदलने का बड़ा फैसला लिया गया है.
धालीवाल ने कहा कि गेहूं के बीज पर पंजाब सरकार की सब्सिडी का लाभ अब किसानों को बीज खरीद के समय कीमत कम करके मौके पर ही दिया जाएगा.कृषि मंत्री ने कहा कि भगवंत मान सरकार ने किसानों को अनावश्यक कागजी कार्रवाई और ऑनलाइन व्यवस्था से मुक्ति दिलाने के लिए यह राहत प्रदान की है.
बीज की गुणवत्ता से समझाैता बर्दाश्त नहीं
समीक्षा बैठक में कृषि मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल ने PUNSEED के अधिकारियों को उच्च गुणवत्ता वाले गेहूं के बीज खरीद कर किसानों को वितरित करने के लिए राष्ट्रीय बीज निगम के साथ मिलकर काम करने का निर्देश दिया.

                                
                                        
                                        
                                        
                                        
 
                            