सरकार ने कुछ शर्तों के साथ दी 10,000 टन प्याज निर्यात की मंजूरी

February 08 2020

सरकार ने कुछ शर्तों के साथ आंध्रप्रदेश के कृष्णापुरम इलाके की खास किस्म की प्याज निर्यात की अनुमति दे दी है। वाणिज्य मंत्रालय की विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) ने अधिसूचना में कहा कि 31 मार्च तक 10,000 टन प्याज निर्यात किया जाएगा, जो सिर्फ चेन्नई बंदरगाह के जरिए होगी। यह व्यवस्था तत्काल प्रभाव से लागू हो गई है। 

चेन्नई का डीजीएफटी कार्यालय करेगा निगरानी 

छोटे आकार और तीखेपन के कारण घरेलू किचन में कृष्णापुरम की खास प्याज का ज्यादा इस्तेमाल नहीं किया जाता है। लेकिन थाईलैंड, हांगकांग, मलयेशिया, श्रीलंका और सिंगापुर में इसकी अच्छी मांग है। अधिसूचना के मुताबिक, निर्यातकों को आंध्र प्रदेश सरकार के बागवानी विभाग से प्रमाणपत्र लेना होगा। इसमें निर्यात किए जाने वाले प्याज की मात्रा की जानकारी होगी। निर्यातक को यह प्रमाणपत्र चेन्नई में डीजीएफटी के स्थानीय कार्यालय में पंजीकृत कराना होगा। चेन्नई का डीजीएफटी कार्यालय प्याज निर्यात की मात्रा की निगरानी करेगा और उसी हिसाब से पंजीकरण प्रमाणपत्र जारी करेगा।

चावल निर्यात 20 फीसदी गिरने का अनुमान

मुंबई। मध्य पूर्व एशियाई क्षेत्र में जारी तनाव और व्यापार नियमों में सख्ती की वजह से चालू वित्त वर्ष में भारत का चावल निर्यात 18-20 कम रह सकता है। अमेरिकी वित्त व्यापार कंपनी ड्रिप कैपिटल ने बृहस्पतिवार को जारी रिपोर्ट में बताया कि दुनियाभर में चावल के निर्यात में कमी आ रही है। 

इसलिए प्रभावित हो रहा है चावल निर्यात

रिपोर्ट के मुताबिक, चावल आयात के सबसे बड़े क्षेत्र मध्य पूर्व एशियाई देशों में लगातार तनाव की स्थिति बनी हुई है। इस कारण भारत का चावल निर्यात भी प्रभावित होगा। इससे ईरान को निर्यात में 22 फीसदी, यूएई में 33 फीसदी, यमन में 2 फीसदी, सेनेगल में 90 फीसदी, नेपाल में 23 फीसदी और बांग्लादेश में 94 फीसदी तक गिरावट का अनुमान है। 


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स्रोत: अमर उजाला