बागवानी विशेषज्ञों ने बर्फबारी के बाद बगीचों के प्रबंधन में जल्दबाजी न करने की सलाह दी है। बगीचों में बर्फ पिघलने तक बागवान इंतजार करें। बागवान बगीचों के तौलियों में कीचड़ रहते खाद न डालें। बगीचों में नमी रहते ही प्रबंधन में जुटें ताकि समय रहते फलदार पेड़ों को बचाया जा सके।
बागवानी विशेषज्ञ डॉ. एसपी भारद्वाज ने बताया कि जनवरी और फरवरी की बर्फबारी सेब के बगीचों के लिए अच्छी रहती है। बगीचों में बर्फ धीरे- धीरे पिघलने से लंबे समय तक नमी बनी रहती है। बागवानों को बर्फबारी के बाद थोड़ा इंतजार करना होगा। बर्फ पिघलने के बाद बगीचों में नमी के रहते ही खाद डालें। बगीचों में कीचड़ रहते खाद डालने से नुकसान ही होगा।
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स्रोत: अमर उजाला