रायगढ़ में समितियों में इन आउट की एप से एंट्री, नोडल अफसर रखेंगे नजर

January 09 2020

उपार्जन केन्द्रों में धान खरीदी में गड़बड़ी रोकने के लिए इस बार मोबाइल एप का सहारा लिया जाएगा। समितियों में आने वाले वाहनों के इन आउट की एंट्री से लेकर स्टॉक, बारदाना की उपलब्धता व अन्य जरूरतों की जानकारी एप से मिल जाएगी। समितियों से एप के माध्यम से नियंत्रण रखने सभी नोडल अफसरों को जिम्मा दिया गया है। 2500 में किसानों से धान खरीदने के कारण शासन को आशंका है कि समितियों में बड़े पैमाने पर पुराना धान भी खपाया जाएगा। किसान पंजीयन में रिकार्ड तोड़ बढ़ोतरी के बाद अफसरों को भी इसका अंदेशा हो गया है। यही कारण है कि जिले में खरीदी से पहले ताबड़तोड़ तरीके अवैध परिवहन एवं भंडारण के केस बनाए जा रहे हैं। वहीं 1 दिसंबर से होने वाली धान खरीदी में बोगस खरीदी को रोकने के लिए मोबाइल एप का इस्तेमाल किया जाएगा। सहकारिता एवं विपणन विभाग इस पर संयुक्त रूप से निगरानी रखेंगे और समितियों के लिए बनाए गए नोडल अफसर इस एप के माध्यम से हर समय जान सकेंगे कि समिति में अभी कितने किसानें ने धान बेच लिया है। एप में समिति में उपलब्ध बारदाना से लेकर मौजूदा स्टाक,धान के उठाव व अन्य परेशानियों की भी आनलाइन जानकारी मिल सकेगी। सहायक पंजीयन शिल्पा अग्रवाल ने बताया कि समिति की एक-एक रिपोर्ट एप में अपलोड होगी।

इसमें जिन समितियों में खामियां या कुछ कमियां दिखेंगी तो वहां पर व्यवस्था को दुरुस्त किया जाएगा। धान खरीदी का सारा रिकार्ड एप के माध्यम से अपलोड होता रहेगा। इसके जरिए लगातार जानकारी मिलेगी कि, किन समिति में कितने धान की आवक हुई है और कितने का उठाव हुआ है। इसमें वाहन के आने व जाने का समय भी अपडेट करना होगा। इससे काफी हद तक गड़बड़ियों पर लगाम लगेगी।

35 बिंदूओं पर होगी मानिटरिंग

एप के माध्यम से 35 बिंदुओं पर मानिटरिंग की जाएगी। इसके लिए समितियों के टैबलेट में एप डाउनलोड किया जा रहा है। वहीं हर समितियों में जानकारी देकर बताया भी जा रहा है कि यदि समितियों में बिजली कनेक्शन, तौलकांटा, कम्प्यूटर, हमाली सेंटर, बारदानों की उपलब्धता, माइश्चर मशीन की स्थिति सहित विभिन्न समस्याएं हो तो सभी जानकारियां निरीक्षणकर्ता अधिकारी एप में लोड करें, ताकि इसकी मानिटरिंग कर व्यवस्था को दुरुस्त किया जाए।

जिले में इस वर्ष 95 हजार 247 किसानों ने धान बेचने के लिए अपना पंजीयन कराया है। इसमें 14 हजार 392 किसान नए हैं। खरीफ में इस दफा धान का रकबा भी बढ़कर 1 लाख 54 हजार 448 हेक्टेयर तक जा पहुंचा है। 123 केन्द्रों में पिछले वर्ष करीब 82 हजार किसानों ने 46 लाख क्विंटल धान बेचा था। इस बार किसान पंजीयन की संख्या को देखते हुए धान खरीदी का आंकड़ा 48 से 50 लाख क्विंटल तक जाने की संभावना है।


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स्रोत: नई दुनिया