राजस्थान में टिड्डी टेरर: कृषि वैज्ञानिकों का दल खोजेगा रोकथाम के उपाय, कृषि मंत्री ने दिए निर्देश

January 06 2020

पश्चिमी राजस्थान में जारी टिड्डी टेरर (Locust Terror) को रोकने में अब कृषि विश्वविद्यालय के कृषि वैज्ञानिकों (Agricultural scientists) का सहयोग लिया जाएगा. कृषि मंत्री लालचन्द कटारिया ने श्री कर्ण नरेन्द्र कृषि विश्वविद्यालय जोबनेर के कृषि वैज्ञानिकों को टिड्डी प्रभावित इलाके में जाने के निर्देश दिए हैं. कृषि वैज्ञानिकों का दल रविवार को जैसलमेर के लिए रवाना होगा.

कृषि विभाग को भी देंगे रिपोर्ट

कृषि मंत्री ने शनिवार को अपने आवास पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. जेएस संधू और अन्य अधिकारियों के साथ बैठक की. कृषि मंत्री ने निर्देश दिए कि वैज्ञानिक प्रभावित इलाके का दौरा कर फसल खराब होने की जांच करे और रोकथाम के उपाय सुझाए. वहीं वैज्ञानिक अध्यययन कर कृषि विभाग को रिपोर्ट भी प्रस्तुत करेंगे ताकि टिड्डियों पर नियंत्रण के लिए और ज्यादा प्रभावी तरीके के काम किया जा सके. कुलपति प्रो. जेएस संधू के मुताबिक दल मौके पर जाकर समस्या का गहन अध्यययन करेगा और बचाव की ठोस रणनीति तैयार करेगा.

पिछले साल से ही जारी है प्रकोप

कृषि मंत्री लालचन्द कटारिया का कहना है कि पिछले साल मई महीने से ही टिड्डियों का प्रकोप बना हुआ है. खासतौर से जैसलमेर, बाड़मेर और जालोर जिले में टिड्डी दल नजर आ रहे हैं. इन टिड्डी दलों पर नियंत्रण में सफलता भी हाथ लग गई थी, लेकिन पिछले महीने टिड्डियों ने फिर से हमला कर दिया है. टिड्डियां हवा के रुख के साथ पाकिस्तान की ओर से भारत आ रही हैं और सर्दी के बावजूद इनका प्रकोप बना हुआ है. टिड्डी दलों के हमले के चलते कई जगहों पर फसल को नुकसान हो रहा है.

नियंत्रण के हो रहे प्रयास

कृषि विभाग और केन्द्रीय टिड्डी चेतावनी संगठन द्वारा टिड्डियों पर नियंत्रण के प्रयास लगातार जारी हैं. राज्य सरकार द्वारा भी टिड्डी नियंत्रण के लिये मुफ्त में कीटनाशक उपलब्ध करवाया जा रहा है. वहीं केमिकल स्प्रे के लिए प्रभावित क्षेत्र में ट्रेक्टर और गाड़ियों की व्यवस्था भी की गई है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी पिछले दिनों प्रभावित इलाके का दौरा कर संसाधन मुहैया करवाने के निर्देश दिए थे. 

 

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स्रोत: न्यूज़ 18 हिंदी