यहां की लीची स्वाद में लाजवाब, साथ में सेहत की भी रखती है ख्याल

June 28 2019

पठानकोट की लीची जहां स्वाद में लाजवाब है वहीं सेहत भी काफी फायदेमंद है। करीब दो सप्ताह पहले पठानकोट बाजार में यहां की लीची ने दस्तक दी है। यह लीची 60 से 70 रुपये  प्रतिकिलो रेट के हिसाब से बाजार में बिक रही है। मौसम की मार का असर लीची पर जरू दिखा है, लेकिन इसके स्वाद में कोई कमी नहीं आई है। 

पठानकोट में करीब 1500 हेक्टेयर भूमि पर लीची के बगीचे हैं। इस बार एक लाख 25 हजार क्विंटल पैदावार होने का अनुमान है। पठानकोट शहर में लीची के बागों की भरमार है और जिले के साथ ही बाहर भी यहां की लीची की डिमांड है। खास बात यह है कि पठानकोट की लीची के आॅर्डर पंजाब के अलावा दूसरे राज्‍यों से भी आ रहे हैं। दिल्ली व हरियाणा में यहां की लीची की सप्लाई की जा रही है। इसके साथ ही लुधियाणा, जालंधर और चंडीगढ़ में पठानकोट की लीची खूब बिक रही है।

बाजार में डिमांड ज्यादा, मिल रहा अच्छा रेट

ठेकेदार इमरान ने बताया कि उन्होंने पहले ही बगीचे खरीद लिए थे। अब लेबर के साथ इसकी तुड़ाई करने में लगे हैं और लोकल के साथ ही दूसरे स्थानों में सप्लाई करने में लगे हैं। फसल के रेट बाजार में अच्छे मिल रहे हैं और इसकी डिमांड भी काफी थी। मौसम के लिहाज से लीची का उत्पादन थोड़ा कम रहा है। चमकी बुखार की अफवाह के कारण उनका कारोबार थोड़ा मंदा जरूर हुआ है।

पूरी तरह सुरक्षित है पठानकोट की लीची

बागवानी विभाग पठानकोट में उपनिदेशक डॉ. नरेश कुमार का कहना है कि लीची के कारण कोई रोग नहीं फैल रहा है। इस फल का सेवन करने से किसी प्रकार की बीमारी नहीं होती है। पिछले दिनों बिहार में यह अफवाह फैली थी कि लीची खाने के कारण पांच से 15 साल की उम्र के कई बच्चे बीमार थे, लेकिन इसे खाने का कोई संबंध नहीं है।

लीची से नहीं फैल रही बीमारी, अफवाहों से बचें

राष्ट्रीय अनुसंधान अनुसंधान केंद्र, मुजफ्फरपुर की रिपोर्ट के अनुसार लीची में ऐसा कोई तत्व नहीं पाया गया जो बीमारी का संकेत देता हो। लीची विटामिन और खनिज और एंटीऑक्सीडेंट आदि से भरपूर है। इसका मानव स्वास्थ्य पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं है। ऐसे में लोग किसी प्रकार की अफवाहों में न फंसे। लीची फल का सेवन आमतौर की तरह कर सकते हैं।

 

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स्रोत: जागरण