जबलपुर जिले में मूंग का रिकार्ड तोड़ उत्पादन, किसानों में जबरदस्त उत्साह

July 31 2023

आमतौर पर मूंग के उपार्जन में बहुत तेजी नहीं दिखाई पड़ती। क्योंकि खुले बाजार एवं मंडियों में मूंग-उड़द के रेट बहुत अधिक रहते थे। उड़द के दाम तो अभी भी बाजारों में अच्छे हैं, इसलिए उड़द का उपार्जन तो कहीं नहीं हो पाया, लेकिन मूंग विक्रय के प्रति किसानों में जबर्दस्त उत्साह देखा गया। उपार्जन की अंतिम तारीख आने से पहले ही इतनी खरीदी की जा चुकी है, जो अपने आप में रिकार्ड है। जिले में अब तक 30 हजार 622 टन मूंग की खरीदी हो चुकी है। इस बीच शासन की ओर से भी मूंग उपार्जन के लिए अंतिम तारीख सात अगस्त तक बढ़ा दी है।

19 से बढ़ाकर 35 हुई केंद्रों की संख्या

मूंग उपार्जन के लिए पहले वर्ष 19 खरीदी केंद्र रहे। इस वर्ष केंद्रों की संख्या बढ़ाकर 35 कर दी गई। इसके साथ ही बाजारों में मूंग का रेट 7200 रुपये क्विंटल के अास-पास ही अटका हुबा है। जबकि सरकारी खरीदी केंद्रों पर एमएसपी 7755 रुपये है। लिहाजा किसान मंडियों एवं खुले बाजारों की अपेक्षा सरकारी खरीदी केंद्रों का रूख ज्यादा कर रहे हैं।

आंकड़ा लक्ष्य से भी पार

पिछले वर्ष मूंग उपार्जन का आंकड़ा 21 हजार 268 टन रहा। इस वर्ष लक्ष्य 25 हजार टन तय किया गया था। इस तरह से जहां गत वर्ष की अपेक्षा करीब 43 प्रतिशत अधिक उपार्जन हो चुका है, वहीं तय लक्ष्य के मुकाबले भी 20 प्रतिशत अतिरिक्त खरीदी की जा चुकी है। खरीदी के अंतिम तारीख 31 जुलाई से बढ़ाकर सात अगस्त की जा चुकी है। किसान 31 जुलाई तक अपने स्लाट भी बुक करा सकते हैं।

सीलिंग पीड़ित किसान समिति की मांग

मूंग उपार्जन के लिए एमएसपी के मसले पर सीलिंग पीड़ित किसान समिति ने कृषि मंत्री कमल पटैल को एक पत्र लिखा है। समिति का कहना है कि किसानों को एमएसपी की नई दरों के हिसाब से उपार्जन का भुगतान किया जाए। पुरानी एमएसपी पर खरीदी से किसानों को बड़ा नुकसान उठाना पड़ रहा है। समिति के डा. पीजी नाजपांडे, राजेश गिदरोनियर, कैलाश पटेल, जवाहर जायसवाल, शंकर सिंह ठाकुर, सुभाष कोरी, कोमल चक्रवर्ती, दशरथ सिंह, लटोरी कोरी, पन्ना लाल पटैल, राजेश सेंगर आदि ने सरकार से नई एमएसपी के अनुसार किसानों को भुगतान किए जाने की मांग की है।

मूंग उपार्जन पर जिले की एक रिपोर्ट

  • पंजीकृत किसान - 19427
  • स्लाट बुकिंग - 13316
  • इतनों ने खरीदी - 9684
  • कुल खरीदी की मात्रा- 30.62 टन
  • अब तक कुल परिवहन- 19.33 टन

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स्रोत: naidunia