कृषि में आधुनिक यंत्रों एवं तकनीकी के उपयोग से आएगी खुशहाली

March 18 2021

इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर के स्वामी विवेकानंद कृषि अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी महाविद्यालय में एक दिवसीय तकनीकी एवं यंत्र प्रदर्शन मेला का आयोजन किया गया। इसका उद्देश्य कृषि में यंत्रों के उपयोग को बढ़ावा देना और इन कृषि यंत्रों को अपनाने के लिए किसानों को प्रेरित करना था।

इस तकनीकी एवं यंत्र प्रदर्शन मेले में खेत की जोताई से लेकर फसलों की कटाई एवं गहाई तक में प्रयुक्त होने वाले कृषि यंत्रों एवं उपकरणों की तकनीकी एवं कार्यपद्धति का जीवंत प्रदर्शन किया गया। मेले का शुभारंभ इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. एसके पाटील ने किया। मेले में रायपुर और आसपास के जिलों से आए किसानों ने विकसित विभिन्न कृषि यंत्रों एवं उपकरणों की तकनीकी एवं कार्यपद्धति का भ्रमण किया।

तकनीकी का उपयोग करके अधिक आय कर सकते हैं प्राप्त

समारोह को संबोधित करते हुए कुलपति डॉ. पाटील ने कहा कि कृषि के क्षेत्र में मानव श्रम की उपलब्धता निरंतर घट रही है और पशुचलित तथा ऊर्जाचलित यंत्रों का उपयोग बढ़ रहा है। यह समय की मांग है। उन्होंने कहा कि किसान बंधु खेती में आधुनिक यंत्रों और तकनीकी का उपयोग करके अधिक आय प्राप्त कर सकते हैं। डॉ. पाटील ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा संचालित नरवा, गरूआ, घुरवा, बाड़ी कार्यक्रम के तहत गौवंश के संरक्षण एवं संवर्धन की दिशा में काफी अच्छा काम हो रहा है।

इससे पशुचलित यंत्रों के उपयोग को बढ़ावा मिलेगा। समारोह को इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के संचालक अनुसंधान डॉ. आरके बाजपेयी, निदेशक विस्तार डॉ. एससी. मुखर्जी एवं स्वामी विवेकानंद कृषि अभियांत्रिकी महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. एमपी त्रिपाठी ने भी संबोधित किया।

उल्लेखनीय है कि तकनीकी एवं यंत्र प्रदर्शन मेले का आयोजन भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद द्वारा संचालित विभिन्ना अखिल भारतीय समन्वित अनुसंधान परियोजनाओं - प्रक्षेत्र उपकरण एवं यंत्र, पशु ऊर्जा का उपयोग, कटाई उपरांत अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी तथा सिंचाई जल प्रबंधन परियोजनाओं के द्वारा संयुक्त रूप से किया गया।

 

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स्रोत: Nai Dunia