इस खरीफ में 15.58 करोड़ टन खाद्यान्न उत्पादन का लक्ष्य

May 11 2021

केन्द्र सरकार ने खरीफ 2021 में 15.14 करोड़ टन खाद्यान्न उत्पादन का लक्ष्य रखा है। इसी के साथ खरीफ की प्रमुख फसल चावल की रिकॉर्ड हिस्सेदारी 10.43 करोड़ टन उत्पादन की रखी गयी है। कृषि मंत्रालय के दूसरे अग्रिम अनुमान के अनुसार पिछले खरीफ सत्र में 10.26 करोड़ टन के लक्ष्य के मुकाबले चावल का उत्पादन 10.37 करोड़ टन रहा। इसी प्रकार मक्का का उत्पादन लक्ष्य 2.21 करोड़ टन रहेगा। गत वर्ष खरीफ में मक्का उत्पादन दूसरे अग्रिम अनुमान के अनुसार 2.14 करोड़ टन रहा।

आगामी खरीफ सीजन के लिए हाल ही में हुए राष्ट्रीय सालाना खरीफ सम्मेलन में कृषि आयुक्त डॉ. एसके मलहोत्रा ने बताया कि वर्ष 2021-22 के खरीफ सीजन में मोटे अनाजों का उत्पादन लक्ष्य 3.73 करोड़ टन, तिलहन का 2.62 करोड़ टन और दलहनों का 90.82 लाख  टन रखा गया है।

मानसून सामान्य

डॉ. मलहोत्रा ने कहा कि मौसम विभाग के अनुसार इस वर्ष दक्षिण पश्चिम मानसून सामान्य रहने की संभावना है। खरीफ मौसम की मुख्य फसल धान है। इसकी बोआई जून में दक्षिण पश्चिम मानसून के साथ शुरू होती है। उन्होंने चावल के निर्यात में रासायनिक अवशेषों से बचने के लिए राज्यों को चावल में ट्राईसाइक्लाजोल और बुप्रोफेजिन का विवेकपूर्ण उपयोग करने की भी सलाह दी। उन्होंने विशेष रूप से निर्यातक 7 बासमती उत्पादक राज्यों पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, यूपी, बिहार को सचेत किया। डॉ मलहोत्रा ने उन्नत किस्मों की पैदावार बढ़ाने को कहा, जो सूखा और बाढ़ जैसी भौगोलिक आपदाओं को झेलने में सक्षम हों। कृषि आयुक्त के मुताबिक धान की बुवाई में लाइन और मशीन ट्रांस्प्लान्टिंग के साथ साथ एसआरआई पद्धति का उपयोग धान उत्पादकता बदने में प्रभावी होगा। अभी भी मध्य प्रदेश , छत्तीसगढ़,बिहार,उड़ीसा,झारखंड के अधिकांश किसान ब्राडकास्टिंग विधि से धान की बुवाई करते  हैं।

दलहन उत्पादन बढाने पर जोर

देश में दालों के उत्पादन, उत्पादकता में बढोतरी के लिए कृषि विभाग एक विशेष रणनीति पर कार्य कर रहा है। डॉ मल्होत्रा ने बताया की देश ई राज्यों में 20 लाख बीज मिनी किट बांटे जायेंगे। किसानों को  दलहन उत्पादन की उन्नत तकनीक का प्रशिक्षण राज्य के कृषि विश्वविद्यालय एवं कृषि विज्ञानं केन्द्रों के माध्यम से दिया जायेगा। दलहनी फसलों का रकबा बढाने के लिए तिलहनी फसलों, मक्का,कपास,गन्ने के साथ अंतरवर्तीय खेती पर जोर दिया जाएगा। इस वर्ष खरीफ 2021 में दलहनों का उत्पादन लक्ष्य 90.82 लाख टन रखा गया है कृषि मंत्रालय के दूसरे अग्रिम अनुमान के अनुसार खरीफ 2020 में दलहन उत्पादन 80.46 लाख टन रहा।

मंत्रालय ने चालू वर्ष के लिए कपास का उत्पादन लक्ष्य 3.7 करोड़ गांठ (प्रत्येक गांठ 170 किलोग्राम), गन्ना 38.7 करोड़ टन, जबकि जूट मेस्ता उत्पादन का लक्ष्य 1.06 करोड़ गांठ (प्रत्येक गांठ 180 किलोग्राम), निर्धारित किया गया है।

उर्वरक–बीज खपत  अनुमान

डॉ मलहोत्रा ने उर्वरक खपत के बारे में बताया कि इस वर्ष खरीफ सीजन में यूरिया 177.53 लाख टन, डीएपी 65.18 लाख टन, एमओपी 20.24 लाख टन और 61.87 लाख टन एनपीके उर्वरकों की आवश्यकता का अनुमान है। एसएसपी की अनुमानित आवश्यकता 26.46 लाख टन रहेगी। कृषि मंत्रालय के अनुसार लगभग 49 हज़ार क्विंटल बीज की आवश्यकता के मुकाबले 91 हज़ार क्विंटल बीज उपलब्ध है। केवल मक्का और सोयाबीन को छोड़कर अधिकांश खरीफ फसलों के लिए बीज पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। इसकी पूर्ति नेशनल सीड कारपोरेशन,प्राइवेट बीज कंपनियां और किसानों के पास भंडारित बीज से होगी। सोयाबीन का लगभग 29 लाख क्विंटल और मक्का–11 लाख क्विंटल बीज की आवश्यकता का अनुमान है।

 

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स्रोत: Krishak Jagat